यह स्कूटर पूरी तरह से भारत में बना है जिसमें swappable battery का इस्तेमाल होता है । इसमें बैटरी चार्ज करने के झंझट में भी नहीं पड़ना है, बस बैटरी बदलिए और चल पड़िए। इसमें आप बैटरी बदल सकते हैं और चार्जिंग में कोई समय बर्बाद नहीं होता। 30 सेकंड से कम में बैटरी लगाइए, जिससे 80 किमी तक जा सकते हैं, इसमें तीन बैटरी रख सकते हैं। आसानी से 240 किमी तक जा सकते हैं।
पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक गाड़ी का चलन बढ़ता जा रहा है क्योंकि वो पर्यावरण के लिए बाकी ईधन से कहीं बेहतर है। लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करना पड़ता है जिसमें अच्छा खासा समय लगता है, swappable battery इसी समय को कम करती हैं। भारत में eco rider कंपनी सहित कई कम्पनियाँ इस पर काम कर रही हैं। शहर में अलग अलग जगह पर आपको वो जगह मिलेंगे जहां से बैटरी मिलेगी। एक स्कूटर में तीन बैटरी रखने की जगह बनाई गई है । इस स्कूटर की कीमत 75000 रुपए है। कुछ दिनों पहले इसे गुजरात की राजधानी गांधीनगर में अक्षय ऊर्जा श्रोत पर लगी एक प्रदर्शनी में पेश किया गया। लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। eco rider कंपनी का कहना है की हम भविष्य में घरों में भी इन swappable battery का इस्तेमाल जल्द ही देखेंगे।
भारत में सोलर एनर्जी से बने स्कूटर का विकास एक महत्वपूर्ण और अभिनव कदम है, जो ऊर्जा संरक्षण और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में बड़ा योगदान दे सकता है। सोलर स्कूटर उन इलाकों में खासतौर से फायदेमंद हो सकते हैं, जहाँ बिजली की सीमित उपलब्धता है। इसके कुछ मुख्य पहलुओं में निम्नलिखित शामिल हैं:
1. सोलर पैनल से चार्जिंग :
सोलर स्कूटर के साथ सोलर पैनल्स को जोड़ा जाता है, जो सूर्य की रोशनी से स्कूटर की बैटरी को चार्ज करते हैं। इससे चार्जिंग के लिए बिजली की जरूरत नहीं होती, और यह सिस्टम ऊर्जा का पुनः उपयोग करता है।
2. पर्यावरण के लिए फायदेमंद :
यह स्कूटर पारंपरिक ईंधन का उपयोग नहीं करता, जिससे प्रदूषण में कमी आती है। यह पर्यावरण के लिए एक हरित विकल्प है, क्योंकि इससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन शून्य के करीब होता है।
3. लागत में कमी :
सोलर पैनल से चार्जिंग के कारण बिजली की लागत बचती है, और दीर्घकाल में इसे उपयोग करने से तेल या पेट्रोल की खर्च भी बचती है।
4. नई तकनीक :
भारत में कई स्टार्टअप और कंपनियां सोलर स्कूटर की दिशा में काम कर रही हैं। उदाहरण के लिए, कुछ कंपनियां हाइब्रिड स्कूटर बना रही हैं, जो सोलर और इलेक्ट्रिक दोनों से चार्ज हो सकते हैं।
5. शहरों और ग्रामीण इलाकों के लिए उपयोगी :
सोलर स्कूटर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में, जहाँ बिजली की कमी हो सकती है, यह एक सस्ता और स्वच्छ विकल्प हो सकता है।
6. सरकार की पहल :
भारतीय सरकार भी सोलर और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है। ‘फेम इंडिया’ योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास और प्रयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कुल मिलाकर, सोलर एनर्जी से बना स्कूटर भविष्य में एक स्वच्छ, हरित, और आर्थिक रूप से स्थायी परिवहन साधन के रूप में उभर सकता है।
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क्या है Swappable battery ?
Swappable battery एक ऐसी बैटरी होती है जिसे उपयोगकर्ता आसानी से किसी डिवाइस से निकालकर दूसरी चार्ज की हुई बैटरी से बदल सकता है, बिना डिवाइस को ज्यादा देर तक बंद किए। इसका मुख्य उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs), मोबाइल डिवाइस और अन्य पोर्टेबल गैजेट्स में किया जाता है, ताकि डिवाइस को चार्ज करने के लिए इंतजार करने की जरूरत न पड़े।
स्वैपेबल बैटरी के फायदे:
1. समय की बचत : चार्जिंग के इंतजार के बिना, आप तुरंत बैटरी बदल सकते हैं।
2. लचीलापन : उपयोगकर्ता बैटरी को स्वैप कर सकते हैं, खासकर तब जब चार्जिंग स्टेशन दूर हो।
3. पोर्टेबिलिटी : पोर्टेबल डिवाइस में इसे स्वैप करना आसान होता है।
4. अधिकतम उपयोग : बैटरी खत्म होने पर वाहन या डिवाइस को चार्जिंग पर रखने के बजाय, दूसरी बैटरी डालकर उपयोग जारी रख सकते हैं।
विशेषकर इलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक्स के लिए यह एक उभरती हुई तकनीक है, जिससे चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भरता कम होती है।