अल्मोड़ा: कारगिल और 1971 युद्ध के योद्धा सेनि कैप्टन केएस भाकुनी का गुरुवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे। शुक्रवार को उन्हें त्रिवेणी संगम घाट में अंतिम विदाई दी गई। उनके निधन पर विभिन्न संगठनों ने शोक जताया है। सेनि कैप्टन केएस भाकुनी का जन्म 26 नवंबर 1950 में ग्राम चौंना(मानिला सल्ट) में हुआ था। वह 1970 में भारतीय सेना के ईएमई कोर में भर्ती हुए।
एक साल बाद ही उन्होंने 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध में मोर्चा संभाला और दुश्मनों को खदेड़ने में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने अपनी वीरता का परिचय कारगिल युद्ध में भी दिया। 32 वर्ष देश सेवा कर 2002 में वह सेवानिवृत्त हुए। भाकुनी लम्बे समय से बिमारी से ग्रस्त थे। उन्होंने गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे अपने बरकिंडा स्थित निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार त्रिवेणी संगम घाट भिकियासैंण में शुक्रवार को किया गया। पूर्व सैनिक संगठन ने त्रिवेणी संगम घाट पहुंचकर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। यहां संगठन के संरक्षक सेनि कैप्टन राजे सिंह बिष्ट, जसवंत सिंह, दौलत सिंह, हिम्मत सिंह, सुरेश लखचौरा, गोपाल सिंह, रमेश सिंह, खुशाल सिंह, महेंद्र सिंह, रमेश नाथ आदि थे।
यह भी पढ़ें:CM धामी ने किया अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का उद्घाटन,17 देशों से जुड़े प्रतिनिधि।