मेलबर्न: बॉक्सिंग डे टेस्ट के पांचवें दिन यशस्वी जायसवाल के विवादास्पद DRS आउट पर राजीव शुक्ला ने तीसरे अंपायर के फैसले की आलोचना की है। जायसवाल 84 रन बनाकर खेल रहे थे। पैट कमिंस की गेंद पर कैच आउट की अपील हुई। ऑन-फील्ड अंपायर ने नॉट आउट दिया। रिव्यू में तीसरे अंपायर शरफुद्दौला ने स्निकोमीटर पर कोई स्पाइक न होने के बावजूद जायसवाल को आउट दे दिया। इस फैसले पर दर्शकों ने ‘चीटर, चीटर’ के नारे लगाए।
क्या बोले बोर्ड के उपाध्यक्ष?
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मेलबर्न में चौथे टेस्ट मैच के आखिरी दिन यशस्वी जायसवाल के आउट होने के फैसले पर तीसरे अंपायर शरफुद्दौला की कड़ी आलोचना की है। राजीव शुक्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘यशस्वी जायसवाल साफ तौर पर आउट नहीं थे। तीसरे अंपायर को ध्यान देना चाहिए था कि टेक्नोलॉजी क्या बता रही है। फील्ड अंपायर के फैसले को बदलते समय तीसरे अंपायर के पास ठोस कारण होने चाहिए।’
मैदानी अंपायर ने दिया था नॉट आउट
यह घटना तब घटी जब जायसवाल 84 रन बनाकर खेल रहे थे। पैट कमिंस की एक शॉर्ट पिच गेंद लेग साइड की ओर थी। इसे जायसवाल ने हुक करने की कोशिश की। वह चूक गए और गेंद विकेटकीपर के पास चली गई। ऑस्ट्रेलिया ने कैच आउट की अपील की, जिसे ऑन-फील्ड अंपायर जोएल विल्सन ने नॉट आउट करार दिया। ऑस्ट्रेलिया ने DRS लिया। रिव्यू के दौरान, तीसरे अंपायर सैकत शरफुद्दौला ने जायसवाल को आउट दे दिया। उन्होंने कहा कि गेंद जायसवाल के दस्तानों या बल्ले से छूकर गई है। उन्होंने यह फैसला वीडियो फुटेज देखकर लिया, जबकि स्निकोमीटर पर कोई स्पाइक नहीं दिख रहा था।
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