अक्षय तृतीया 2025: अक्षय तृतीया सबसे महत्वपूर्ण दिन है, जिसमें कोई भी शुभ काम कर सकते हैं क्योंकि पूरे दिन स्वयं सिद्ध मुहूर्त होता है. इस बार अक्षय तृतीया 29 अप्रैल को है या फिर 30 अप्रैल को? सवाल इसलिए है क्योंकि अक्षय तृतीया की तिथि दो दिन 29 अप्रैल और 30 अप्रैल को पड़ रही है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अक्षय तृतीया की सही तारीख क्या है? अक्षय तृतीया वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को होती है. सूर्योदय की तिथि का ही महत्व है. आइए जानते हैं कि 2025 की अक्षय तृतीया कब है? अक्षय तृतीया की सही तारीख क्या है? अक्षय तृतीया पर किसकी पूजा करते हैं? अक्षय तृतीया के 4 शुभ मुहूर्त कौन से हैं?
2025 में अक्षय तृतीया की तारीख
दृक पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया की वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि 29 अप्रैल को 05:31 शाम से शुरू होकर 30 अप्रैल को 02:12 अपराह्न तक रहेगी. वहीं काशी पंचांग के अनुसार देखा जाए तो तृतीया तिथि 29 अप्रैल को शुरू होकर 30 अप्रैल को 5:50 शाम तक है. दोनों ही पंचांग को आधार बनाकर देखा जाए तो सूर्योदय के समय वैशाख शुक्ल की तृतीया तिथि 30 अप्रैल को है. ऐसे में 2025 की अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी, यही उत्तम तारीख है।
अक्षय तृतीया 2025 शुभ मुहूर्त
वैसे तो देखा जाए तो अक्षय तृतीया पर पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त है, लेकिन 4 स्थिर लग्न के मुहूर्त हैं, जिसमें आप कोई भी शुभ कार्य करते हैं तो वह आपके लिए फलदायी और सफलतादायक होगा.
1. वृषभ लग्न: सुबह 4 बजे से दूसरे दिन सुबह 6:19 तक
2. सिंह लग्न: 10:51 सुबह से 1:05 दिन तक
3. वृश्चिक लग्न: 5:34 शाम से 7:51 शाम तक
4. कुंभ लग्न: 11:44 दिन से देर रात 1:00 बजे तक
अक्षय तृतीया पर किसकी पूजा होती है?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करें. नदी स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर पर पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर लें. उसके बाद भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें. आपको स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होगी. आपके धन, सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी।
इस बार की अक्षय तृतीया मेष, वृषभ, कर्क, सिंह, तुला और धनु राशि के लोगों के लिए शुभ फलदायी होगी. इन राशियों के जातक अक्षय तृतीया के दिन पीला कपड़ा, हल्दी, चने की दाल, पीली सरसों, सोना, धान, जल, पीला और सफेद रत्न आदि का दान करें. लक्ष्मी और विष्णु कृपा से आपका कल्याण होगा।
अक्षय तृतीया पर सोना क्यों खरीदते हैं?
सोना को माता लक्ष्मी का प्रतीक मानते हैं. सोना खरीदकर घर लाते हैं तो इसका अर्थ है कि आप माता लक्ष्मी को स्वर्ण रूप में ला रहे हैं. माता लक्ष्मी के आगमन से आपके पूरे परिवार की उन्नति होगी. भविष्य पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने से धन और धान्य में वृद्धि होती है।
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