नई दिल्ली: दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। यह पहली बार है जब राजधानी में एक्यूआई 400 के पार पहुंचा हो। वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) का कहना है कि ग्रेप-4 (GRAP-4) लागू करने के लिए बृहस्पतिवार को समीक्षा की जाएगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 418 रहा। बिहार के हाजीपुर में AQI 417 था, जो देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मंगलवार शाम 4 बजे 334 रहा था। बुधवार सुबह 9 बजे हवा 366 के साथ ‘बहुत खराब’ थी।
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और अलीपुर तक वायु प्रदूषण का असर है। दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बरकरार है। जहां एक तरफ कोहरा बढ़ने से प्रदूषण का स्तर और खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह 5:45 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर कोहरा दिखा। मौसम विभाग के मुताबिक, कोहरे का असर दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और अधिकांश पाकिस्तान में जारी है। जबकि वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी भी प्रदूषण की मार झेल रही है। कालिंदी कुंज क्षेत्र में यमुना नदी की सतह पर जहरीला झाग तैर रहे हैं।
दिल्ली का औसत AQI 409
सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत AQI 409 दर्ज किया गया है. पिछले 48 घंटों से AQI लगातार गंभीर और गंभीर प्लस श्रेणी में बना हुआ है. अभी भी हवा की गति धीमी है और तापमान कम है. साथ ही आर्द्रता भी अधिक होने के कारण चारों ओर स्मॉग की चादर दिखाई दे रही है. दिन के समय हवा की गति बढ़ने और तापमान में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे धुंध छंटने में मदद मिलेगी. सुबह 6.30 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता लगभग 500 मीटर थी।
कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें ग्रैप-2 लागू होने के बाद 5 प्रमुख पाबंदियां भी लग गई हैं।
क्या होता है ग्रैप?
ग्रैप का मतलब GRAP से है. GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है. ये सरकार की एक योजना है, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ बनाया गया है. इस प्लान के जरिए प्रदूषण को कंट्रोल किया जाता है. दरअसल, इसके कई चरण हैं और ये चरण भी बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं. जैसे जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं।
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