उत्तराखंड की चार धाम यात्रा 10 मई 2024 से होगी शुरू, तीर्थयात्रियों में जबरदस्त उत्साह
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत इस साल 10 मई 2024 से हो रही है। यात्रा के लिए पर्यटन विभाग ने 15 अप्रैल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। 25 अप्रैल तक 15,12,993 श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जो कि एक नया रिकॉर्ड स्थापित करने की ओर इशारा कर रहा है।
पिछले साल का आंकड़ा और इस साल की उम्मीदें
पिछले साल, चार धाम यात्रा में 54.82 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस बार उम्मीद है कि श्रद्धालुओं की संख्या उस रिकॉर्ड को पार कर सकती है। पर्यटन विभाग का मानना है कि इस साल यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या ऐतिहासिक हो सकती है, क्योंकि शुरुआती आंकड़े ही भारी उत्साह को दर्शाते हैं।
रजिस्ट्रेशन के आंकड़े
पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 15 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद महज 11 दिनों में निम्नलिखित आंकड़े दर्ज किए गए:
- केदारनाथ धाम: 5,21,052 रजिस्ट्रेशन (सबसे ज्यादा)
- बदरीनाथ धाम: 4,36,688 रजिस्ट्रेशन
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम: बाकी रजिस्ट्रेशन इन दोनों धामों के लिए हुए हैं।
- हेमकुंड साहिब: यहां के लिए भी तीर्थयात्रियों का रुझान बढ़ रहा है।
यह भी पड़े: कोट भ्रामरी के मंदिर का निर्माण कब, कैसे व किसने किया? आज तक है रहस्य, पढ़िए पूरी खबर में!
यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की तैयारी
चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग ने खास तैयारियां की हैं:
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा: श्रद्धालु घर बैठे पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- यात्रा मार्गों का रखरखाव: सड़कों की मरम्मत और यात्रा मार्गों को सुरक्षित बनाने के लिए कार्य जारी है।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: यात्रा मार्गों पर मेडिकल कैंप और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
चार धाम यात्रा का महत्व
चार धाम यात्रा भारत में सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ यात्राओं में से एक है। इसमें बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम शामिल हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
- रजिस्ट्रेशन जरूरी: बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा की अनुमति नहीं है।
- दस्तावेज साथ रखें: पहचान पत्र और रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र साथ लेकर चलें।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए स्वास्थ्य संबंधी जरूरी सावधानियां बरतें।
- यात्रा का समय प्रबंधित करें: मौसम और भीड़भाड़ को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाएं।
श्रद्धालुओं के लिए संदेश
पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखें और प्लास्टिक का उपयोग न करें। यह सुनिश्चित करें कि चार धाम क्षेत्र स्वच्छ और सुंदर बने रहें।
इस बार की चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भागीदारी और उत्साह देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि यह यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।
यह भी पड़े: संजू के छक्के से खत्म हुआ मैच, राजस्थान ने लखनऊ को 7 विकेट से हराया।

