देहरादून: उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है, इसके तहत प्रदेश में सभी उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जोड़ा जाएगा. इस योजना पर काम जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसी क्रम में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि० आर०डी०एस०एस० योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 15.84 लाख उपभोक्ताओं के लिये स्मार्ट प्रीपेड मीटर की स्थापना तथा Energy Accounting को बेहतर बनाने के लिये 59212 वितरण परिवर्तक एवं 2602 पोषकों पर भी स्मार्ट मीटर्स लगाये जायेंगे।
साथ ही प्रदेश भर में 201 नग उपसंस्थानों पर Real Time Data Acquisition System (RT-DAS) नियंत्रण प्रणाली स्थापित करने की तैयारी में है। RT-DAS प्रणाली प्रदेश भर के उपसंस्थानों जिनके अन्तर्गत 25 हजार से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र आते हैं पर स्थापित किया जायेगा।
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स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से बिजली खर्च पर नियंत्रण रखने की बेहतर समझ, बिजली चोरी में गिरावट और क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार जैसे अन्य फायदे भी होंगे। स्मार्ट मीटरिंग से बिजली व्यवस्था की डिजिटलीकरण, ऑटोमेशन और दक्षता में बढ़ोत्तरी होगी तथा विद्युत हानियों को भी कम करा जा सकता है। साथ ही उपभोक्ता घर बैठे विभिन्न माध्यमों से स्मार्ट मीटर में बिजली का रिचार्ज कर सकेंगे और पावर कजप्शन से जुड़ी सटीक जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा RT-DAS नियंत्रण प्रणाली के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के पश्चात् सभी उपसंस्थानों की रियल टाईम आधार पर मॉनिटरिंग की जा सकेगी जिससे Planned और Unplanned Outages का पृथ्थकीकरण तथा विद्युत वितरण नेटवर्क की विश्वसनीयता को सटीक रूप से मापने के लिये SAIFI/SAIDI की गणना भी की जा सकेगी। उपरोक्त कार्य से Unplanned Outages का विश्लेषण कर उनकी संख्या तथा विद्युत बाधित समय कम करने में काफी सफलता प्राप्त होगी।
RT-DAS के क्रियान्वयन होने से फीडर ट्रीप होने की दशा में तत्काल SMS के माध्यम द्वारा अवर अभियन्ता को सूबना प्राप्त हो जाती है तथा निर्धारित संख्या से अधिक Tripping होने की दशा में सूबना सम्बन्धित उच्चाधिकारी (उपखण्ड अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता) को भी प्रेषित की जाती है जिससे सभी स्तरों पर बेहतर ढंग से मॉनिटरिंग होने से बिजली व्यवस्था सुदृढ़ रहती है। इराके अलावा उपसंस्थानों में स्थापित ब्रेकर्स की Tripping की संख्या के आधार पर समय से ब्रेकर्स का अनुरक्षण कर आपात स्थिति में विद्युत व्यवधान की सम्भावना से बचा जा सकता है। वर्तमान तक प्रणाली की स्थापना हेतु निविदा अवार्ड होने के पश्चात् सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा संभवतः आगामी माह के तृतीय राप्ताह तक उक्त उपसंस्थानों पर RT-DAS प्रणाली के स्थापना का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।