विदेश । एक अमेरिकी अदालत ने पाया है कि सर्च इंजन दिग्गज गूगल (Google) प्रतिस्पर्धा को कुचलने के लिए बाजार पर अपने प्रभुत्व का अवैध रूप से दोहन करके एकाधिकार (Monopoly) का प्रयोग कर रहा था। इस ऐतिहासिक फ़ैसले में अमेरिका एंटीट्रस्ट, उल्लंघनों को लेकर बड़ी टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के लिए तेज़ी से काम कर रहा है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका बड़ी टेक कंपनियों पर नियंत्रण करने के लिए काम कर रहा है, तथा प्रमुख कंपनियों के खिलाफ कई अन्य मुकदमे भी दायर किए गए हैं। इस फैसले के बारे में जानकारी :…
Author: Mamta Negi
राज्य। उत्तराखंड बार काउंसिल (Uttarakhand Bar Council) ने नए अधिवक्ताओं के पंजीकरण की प्रक्रिया फिलहाल रोक दी है। सुप्रीम कोर्ट से नये अधिवक्ताओं के लिए तय शुल्क से ज्यादा फीस न लेने के आदेश पर यह फैसला लिया गया है। पंजीकरण प्रक्रिया अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया के दिशा निर्देशों के बाद शुरू होगी। उत्तराखंड बार काउंसिल (Uttarakhand Bar Council) के अध्यक्ष डॉ महेंद्र सिंह पॉल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। देश में बाकी राज्यों में भी बार काउंसिल द्वारा एडवोकेट एक्ट 1961 की धारा 24 पर अधिवक्तों के पंजीकरण के नाम पर अधिक फीस वसूल की…
अल्मोड़ा । प्रदेश (उत्तराखंड) में समय पर नगर पालिका (Municipality) एवं नगर निगम के चुनाव न होने से जहां कांग्रेस को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है वहीं अल्मोड़ा में नगर पालिका की सीमा विस्तार की चर्चा को कांग्रेस के विधायक ने लपक लिया है। शासन स्तर पर नगर पालिका सीमा विस्तार की सुगबुगाहट के बीच नगर से लगे हुए ग्रामीण आंदोलन के लिए तैयार हैं। अल्मोड़ा नगर पालिका परिषद क्षेत्र के आस – पास के गाँव सरसों, बख व अन्य कई गाँवों को इस विस्तार नीति में लाने की बात चल रही है। ग्रामीणों का कहना है वह किसी…
पेरू । पेरू (Peru) में पुरातत्वविदों ने चिमू सभ्यता के धनी सदस्यों के अवशेष खोजे हैं. यह इंका सभ्यता से पहले का एक समाज था और जो प्रशांत महासागर और एंडीज पहाड़ों के बीच सूखे मैदानों में सदियों तक फला-फूला था। मुख्य पुरातत्वविद सिंथिया क्यूवा के अनुसार, लगभग 800 साल पुराने 11 व्यक्तियों के अवशेष पाए गए हैं। ये व्यक्ति हार, बालियों और कंगनों जैसे गहनों के साथ दफनाए गए थे। क्यूवा ने बताया, “अवशेषों के साथ जो आभूषण मिले हैं, उनसे कहा जा सकता है कि ये लोग शायद चिमू के शासक वर्ग के सदस्य थे। ” इसे भी…
स्वतंत्रता दिवस विशेष । सन् 1857 के विद्रोह की इस ऐतिहासिक घटना का भारतीय इतिहास पर दूरगामी प्रभाव पढ़ा। एक ओर इसने भारत में मध्यकाल के अंत की घोषणा कर दी, तो दूसरी ओर औपनिवेशिक सत्ता ने अब अधिक संस्थागत रुप धारण कर लिया। भारत में विदेशी शासन, जिनकी नींव ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1757 के प्लासी की पराजय से ही पढ़ गयी थी, अब सीधे ब्रिटिश संसद से नियंत्रित होना आरंभ हुआ। 1857 को अंग्रेज प्रशासक और औपनिवेशिक इतिहासकार एक सिपाही विद्रोह से अधिक कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे। जिसके कारण उनके मतानुसार, भारतीयों की धार्मिक, साँस्कृतिक…
स्वतंत्रता दिवस विशेष : 1857 के विद्रोह को भारत में ब्रिटिश शासन की नींव या बुनियाद हिलाने के संदर्भ में एक युगान्तकारी घटना की तरह देखा जा सकता है। इस विद्रोह ने अंततः भारत में ब्रिटिश इस्ट इण्डिया कम्पनी का शासन हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। इस विद्रोह के बाद एक बड़ा राजनीतिक परिवर्तन हुआ और भारत का शासन ईस्ट इण्डिया कम्पनी से छीन कर अब महारानी अथवा ब्रिटिश ताज को सौंप दिया गया। उपनिवेशवाद विरोधी इस विद्रोह की महत्ता को कम करने के लिए आरम्भ में इसे केवल एक सैनिक विद्रोह की संज्ञा दी गई। सैनिक विद्रोह की…
Almora : सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के तुरियानन्द कुटीर, रामकृष्ण मिशन में वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकर, रंगकर्मी नवीन बिष्ट की पुस्तक ‘‘ऊँ नमोनारायणः’’ का विमोचन किया गया। यह पुस्तक संन्यासी गुरू ब्रह्मानन्द सरस्वती के अल्मोड़ा प्रवास पर लिखी गई है। दक्षिण भारत से आकर अल्मोड़ा में अपनी कुटिया रमाने वाले संन्यासी को मद्रासी बाबा/काले बाबा के नाम से भी जाना जाता था। रामकृष्ण मिशन, अल्मोड़ा के अध्यक्ष ध्रुवेशानंद महाराज जी की अध्यक्षता में हुए आयोजन में विशिष्ट अतिथि निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी व मुख्य वक्ता रूप में प्रो. देव सिंह पोखरिया पूर्व विभागाध्यक्ष हिन्दी एस.एस.जे. परिसर मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरूआत…
समाज। जिस प्रकार सावन का मौसम हमारे भारतीय परिवेश के लिए महत्व रखता है, उसी प्रकार दुनिया के बाकी देशों में भी इसका अपना अनूठा महत्व है । प्रकृति से जुड़े सभी उत्सव और परंपराएँ हम सभी मनुष्यों को इस दुनिया में एक ही होने का एहसास करा जाती हैं। आइए आज ऐसे ही एक उत्सव (Qixi Festival) के बारे में चर्चा करते हैं जो कि हमारे पड़ोसी देश चीन में बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। यह मात्र उत्सव नहीं है, एक समाज का आईना है। जिससे मानव समाज के विकास की जड़ें जुड़ी हैं, प्राचीन का दूसरा नाम…
चर्चा इतिहास पर। भारत में आज के हालात को देखते हुए हम यही सोच पा रहें हैं कि देश के अमुमन गाँव, शहर में बदल रहें है लेकिन आपको एक बात जानकार हैरानी होगी कि एक समय भारत में ऐसा भी आया जब हमारे शहर, गाँव में बदलते जा रहे थे। वो समय कैसा रहा होगा? जब एक शहर अपने विकास के चरम पर पहुँचने के बाद उल्टे पाँव, गाँव की तरफ लौट रहा होगा ? कहते हैं इतिहास स्वयं को दोहराता है, इसीलिए इतिहास जानना जरूरी हो जाता है, ताकि हम अतीत में हुई किसी गलती को वर्तमान या…
पटवारी पद के सैकड़ों उम्मीदवार शारीरिक दमखम साबित करने के लिए दस किलोमीटर लंबी दौड़ में हिस्सा ले रहे थे। वह भी एक उम्मीदवार था और काँखता – कराहता किसी तरह दौड़ रहा था। उसे यह देख कर हैरानी हुई कि अभ्यास न होने और सिगरेट की लत के बावजूद वह इतना कैसे दौड़ गया। नौकरी का लालच शक्तिवर्धक का काम कर रहा है शायद, उसने सोच। “महेश भाई ” किसी ने उसका नाम पुकारा। पीछे मुड़ कर देखा तो उसी के मोहल्ले का एक लड़का उसे हाथ के इशारे से रुकने को कह रहा था। “कम ऑन हेमंत, कम…