केरल: केरल के वायनाड के चूरलमाला में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। इस बीच केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के भारी भूस्खलन हुआ है, जिसमें सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। वहीं, इस हादसे में अबतक 45 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच, वायनाड जिले के ऊंचाई वाले गांवों में मंगलवार तड़के भूस्खलन होने के बाद तबाह हुए घरों और मलबे के ढेर के बीच फंसे लोग फोन करके मदद की गुहार लगा रहे हैं।
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खराब मौसम के कारण दो हेलीकॉप्टर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में उतरने में असमर्थ रहे। हेलीकॉप्टर अब कोझिकोड में इंतजार कर रहे हैं। बचाव कार्य शुरू करने के लिए दो हेलीकॉप्टर कुछ कर्मियों और मदद सामग्रियों के साथ पहुंच गए हैं। लेकिन उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में उतरने की प्रतिक्षा करनी पड़ रही है।
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मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार सुबह केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के शीर्ष अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद मीडिया को बताया कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के बारे में जानकारी मिल रही है और इस समय इस बारे में ज्यादा कुछ कहना जल्दबाजी होगी। केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया, “रात दो बजे के आसपास कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ। इस समय, कुछ प्रभावित क्षेत्र कटे हुए हैं। मौसम भी एनडीआरएफ टीमों के लिए कुछ प्रभावित क्षेत्रों में जाने के लिए अनुकूल नहीं है। सभी लोग सतर्क हैं। हम समन्वय स्थापित कर बचाव कार्य करेंगे। अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं। बचाव कार्य को सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।