चौखुटिया: चौखुटिया के भटकोट अंतर्गत चौन्दे निवासी 24 साल की तनुजा ने चार साल पहले जिस बेटे को जन्म दिया आज अपने उसी लाडले के साथ अपने घर के आंगन से अंतिम विदा ली l आगे- आगे मां की अर्थी चल रही थी तो पीछे कपड़े में लिपटा प्रियांशु था l दोनों को विदाई देने गम में डूबा पूरा गांव व निकटवर्ती क्षेत्र के लोग पहुंचे थे l इस दौरान तनुजा के ससुर गिरधर बिष्ट, सास पुष्पा देवी,जम्मू से पहुंचे जेठ ,जेठानी व अन्य परिजनों की आंखों से कभी न रुकने वाली आंसुओं की धार बह रही।
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आपको बता दे कि चौखुटिया क्षेत्र के ग्राम भटकोट निवासी गोविंद बिष्ट नोएडा, दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। वे गाजियाबाद की खोडा कालोनी में आंबेडकरनगर की प्रकाशनगर कालोनी की गली नंबर चार में रहते थे। उनकी पत्नी तनुजा 24 वर्ष और तीन साल का मासूम बेटा प्रियांशु भी उनके साथ ही रहते थे। बताया गया कि दो दिन पहले ही प्रियांश का स्कूल में एडमिशन कराया गया था जिसके लिए तनुजा बुधवार को बेटे को कुछ सामान दिलाने के लिए बाजार जाने को निकली थी लेकिन दोनों गाजीपुर सीमा के पास नाले में बह गए थे। बाद में उनके शव बरामद हुए। दोनों के शव बीती रात करीब 12 बजे उनके गांव भटकोट लाए गए।
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सिस्टम की लापरवाही के शिकार बनी तनुजा अभी खुद बच्ची थी किसी ने सोचा भी नही था कि महज 24 साल की उम्र में ही वह अपने बच्चे के साथ परिजनों को रोता विलखता छोड़ इस संसार से विदा हो जाएगी। उनकी असामयिक मौत से पूरा उत्तराखंड स्तब्ध है। लोगों को इस बात का बहुत गुस्सा है कि देश की राजधानी से लगे क्षेत्र में प्रशासन की लापरवाही ने दो लोगों की जिंदगी ले ली, एक पति से उसकी पत्नी व बेटा छीन लिया तो एक बुजुर्ग से उनकी बहू और पोता छीन लिया। परिवार के साथ न्याय होना चाहिए, परिवार को मुआवजा व पीड़ित पति को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए l मिली खबर के मुताबिक, इस बारे में केंद्रीय सड़क व परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा से फोन पर बात कर मामले में परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है l उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है l
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