द्वाराहाट: कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा आज (रविवार) दोपहर में द्वाराहाट में जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया गया। रथ यात्रा दोपहर करीब 4 बजे द्वाराहाट पूजाखेत से शुरू हुई। इस शाही रथ की करीब 250 फीट लंबी रस्सी को खींचकर भक्तों ने पुण्यलाभ लिया।यात्रा मार्ग में जगह-जगह आकर्षक रंगोलियां सजाई गई वहीं जगह-जगह शाही रथ का स्वागत किया गया।
इस्कॉन सेंटर पूजाखेत के गुरु ने बताया कि पुराणों के अनुसार रथयात्रा का अति महत्व है। रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ के दर्शन मात्र से पुनर्जन्म नहीं लेना पड़ता। सारे पापों से मुक्ति मिलती है। रथ की रस्सी को खींचने से मोक्ष की प्राप्त होती है। अगर कोई व्यक्ति भगवान जगन्नाथ के रथ के आगे या पीछे ही भ्रमण कर ले तो उसे भगवान विष्णु के समान पद और ऐश्वर्य प्राप्त होता है। इस रथ यात्रा में बच्चे, बूढ़े तथा महिलाएं भी शामिल थीं।
रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। रथयात्रा में द्वाराहाट के लगभग 500 श्रद्धालु ने जगन्नाथ यात्रा में प्रतिभाग किया तथा राधे-राधे के जयकारों के साथ पूरा द्वाराहाट गूंज उठा। इस जगन्नाथ यात्रा में द्वाराहाट के महिलाओं ने बढ़ चलकर प्रतिभाग किया, तथा रथ के साथ भक्त कीर्तन व नृत्य करते हुए भगवान कि भक्ति में डूबे नजर आए। रथयात्रा पूजाखेत से शुरू हुई जो घटगाड़ चौराहा, द्वाराहाट मुख्य बाजार चौराहा रोड़ होते हुए देर शाम कृष्णा लाज पहुंची। जहां भगवान जगन्नाथ के सुंदर विग्रह के दर्शन भी भक्त कर प्रसाद ग्रहण किया।
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