नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में गुरुवार रात निधन हो गया. मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में शोक की लहर है. केंद्र सरकार की ओर से दुख की इस घड़ी में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। मनमोहन सिंह ने 22 मई, 2004 को देश की कमान संभाली थी. उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री लगातार दो कार्यकाल पूरे किए. मनमोहन ने कुल 3,656 दिन सरकार चलाई. उनकी गिनती कांग्रेस के उन नेताओं में होती है जिनका विपक्षी भी सम्मान करते थे. शांत स्वभाव के मनमोहन बेहद नपा-तुला बोलते थे. इस बात के लिए राजनीतिक विरोधियों ने उनका कई बार मजाक बनाया।
मनमोहन सिंह ने भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में 2004 से 2014 तक 10 साल देश का नेतृत्व किया. पिछले कुछ माह से उनका स्वास्थ्य खराब था. उनके परिवार में पत्नी गुरचरण सिंह और तीन बेटियां हैं. उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलते ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी अस्पताल पहुंचीं।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक राष्ट्र के 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को दुनिया भर में उनकी आर्थिक विद्वता तथा कार्यों के लिए सम्मान दिया जाता था. उनका निधन ऐसे दिन हुआ जब कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक संपन्न हुयी. बैठक में पार्टी के सभी शीर्ष नेता मौजूद थे. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं.
यह भी पढ़ें: नहीं रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस।