चंडीगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त: गोंडा जिले के गोंडा-मनकापुर रेलखंड पर सोमवार को बड़ा रेल हादसा हुआ। चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही 15904-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें तीन यात्रियों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास दोपहर करीब पौने दो बजे हुई। जानकारी के अनुसार, पहले ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतरे, जिसके बाद 12 और डिब्बे पलट गए। इस भयावह हादसे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। मौके पर पहुंची राहत और बचाव दल की टीमों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया और बचाव कार्य शुरू किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को समुचित उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने और सभी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) को अलर्ट मोड पर रखने का आदेश दिया है।
एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम भी घटनास्थल पर राहत कार्यों में जुटी है। घायलों को गोंडा और आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पटरी में किसी तकनीकी खामी की संभावना व्यक्त की जा रही है।
घटना के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन में सवार कई यात्रियों ने इस हादसे को अपने जीवन का सबसे भयावह अनुभव बताया। कुछ यात्रियों ने बताया कि दुर्घटना के समय अचानक तेज झटके महसूस हुए, जिसके बाद डिब्बे पलटने लगे।
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दुर्घटना के चलते गोंडा-मनकापुर रेलखंड पर रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। रेलवे ने राहत कार्य के लिए विशेष टीम तैनात की है और जल्द से जल्द सेवाएं बहाल करने का आश्वासन दिया है। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव कार्य में प्रशासन का भरपूर सहयोग किया। ग्रामीणों ने घायल यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और उन्हें प्राथमिक उपचार दिलाने में मदद की। घायलों को गोंडा के जिला अस्पताल और अन्य नजदीकी चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल में जुटी हुई है।
रेलवे और प्रशासन इस बड़े हादसे के पीछे की वजह जानने की कोशिश कर रहे हैं। विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दुर्घटना के असली कारणों का पता चल सकेगा।

