महाशिवरात्रि 2024: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का त्योहार बहुत ही खास माना जाता है. महाशिवरात्रि इस बार 8 मार्च, शुक्रवार को है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के लिए मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था. महाशिवरात्रि के दिन भगवान के 12 ज्योतिर्लिंगों का भी प्राकट्य हुआ था।
यह भी पड़े: जानिए 1 मार्च 2024 का राशिफल, क्या कहते है आपके सितारे।
8 मार्च 2024 शुक्रवार को रात 09 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और 12 मार्च 2024 को रात 08 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगा. ये चोर पंचक होगा. पंचक को अशुभ माना जाता है, इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
महाशिवरात्रि पर पूजा का मुहूर्त
महाशिवरात्रि से चोर पंचक लग रहे हैं, शास्त्रों में भले ही पंचक में शुभ कार्य की मनाही है लेकिन भगवान शिव देवों के देव और कालों के महाकाल हैं. इसलिए पंचक के अशुभ योग का भोलेनाथ के पूजन और अभिषेक पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ऐसे में महाशिवरात्रि पर भक्त निशा काल में 9 मार्च को प्रात: 12.07 से प्रात: 12.55 के बीच कर सकते हैं. इस दिन प्रदोष काल में भी भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाता है, इसके लिए शाम 06.25 से रात 08.52 पूजा का शुभ मुहूर्त है।
यह भी पड़े: मुहर लगने के बाद उत्तराखंड में जल्द लागू होगा यूसीसी, पड़े पूरी खबर।
महाशिवरात्रि पर पूजा में बरतें ये सावधानी
- पूजा-पाठ में पंचक मान्य नहीं होता ऐसे में शिवलिंग पूजा बिना झिझक के करें।
- ध्यान रखें कि इस दिन काले कपड़े न पहनें।
- शिव पूजा में हल्दी, तुलसी, शंख, नारियल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
- शिवलिंग पर तेज धारा से जल न चढ़ाएं, इससे पूजा का फल नहीं मिलता।
- महाशिवरात्रि का दिन मांगलिक कार्य के लिए शुभ माना जाता है लेकिन इस दिन से चोर पंचक लग रहे हैं ऐसे में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि न करें।