द्वाराहाट के नैथना देवी मंदिर में घी संक्रान्ति पर लगे मेले में भिकियासैंण, चौखुटिया और द्वाराहाट ब्लॉक के दर्जनों गांवों के लोगों ने……..
द्वाराहाट: विकासखंड भिकियासैंण के अंतर्गत स्थित गांव नौबारा के नैथना देवी मंदिर में हर साल की भांति इस साल भी घी संक्रांति मेले की धूम रही। मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटी रही। ज्ञात हो कि नैथना देवी मंदिर के प्रांगण में प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की संक्रांति जिसे सिंह संक्रांति भी कहते हैं, इस दिन मां नैथना के चरणों में एक विशाल मेला लगता है, जो घी संक्रांति मेले के नाम से प्रसिद्ध है। जिसमें दूर दराज गांवों से हजारों की संख्या में भक्त सुबह से ही पूजा पाठ और माँ के दर्शनों के लिए आते हैं और कीर्तन-भजन करते हैं।
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भक्तों का आना पूरे दिन चलता रहता है और फिर सभी लोग झोड़ा-चांचरी आदि के साथ मेले का आनंद लेते हैं। इस साल भी द्वाराहाट के नैथना देवी मंदिर में घी संक्रान्ति पर लगे मेले में भिकियासैंण, चौखुटिया और द्वाराहाट ब्लॉक के दर्जनों गांवों के लोगों ने शिरकत करते हुए नैथना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मेले में लोगों ने जमकर खरीदारी करी।
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मेले में मेलार्थियों ने नगाड़े-निसान यंत्रों के साथ पहुंचकर कर मां भगवती मंदिर की परिक्रमा करते हुए मां भगवती को याद किया। आज के इस मेले में हजारों की संख्या में नौगांव, कबडोला, ककड़खेत, नौबाड़ा, टिम्टा, डगरखोला, मांसी, दौला, पाली, चौड़ा, बाजन भासी, कनरै, कबडोली, ऊंचावाहन, चौना आदि निकटवर्ती गांवों से मेलार्थी पहुंचे।
नैथना देवी शक्तिपीठ वैष्णवी शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है। यहां शुद्ध सात्विक वैष्णव पद्धति से पूजा-अर्चना की जाती है। मांसाहार और बलि प्रथा एकदम निषेध है। यहाँ नैथना के पुजारी प्रातः कालीन और शायंकालीन पूजा-अर्चना करते हैं। नवरात्र के दिनों में यहां दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रहती है।
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मंदिर के गर्भ गृह के ठीक सामने भैरव जी तथा हनुमान जी के दो मंदिर हैं। मंदिर के पास ही यज्ञशाला है जो अभी अपने प्राचीन स्वरूप में ही स्थित है। मंदिर के चारों तरफ परिक्रमामार्ग में लटकी हजारों घंटियां इस बात की साक्षी हैं कि शुद्ध मनोभावों से देवीदर्शन करने वालों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।