Author: Mamta Negi

Mamta Negi चाय पर चर्चा" न्यूज़ पोर्टल के लिए एक मूल्यवान सदस्य हैं। उनका विभिन्न विषयों का ज्ञान, और पाठकों के साथ जुड़ने की क्षमता उन्हें एक विश्वसनीय और जानकारीपूर्ण समाचार स्रोत बनाती है।

हर साल 19 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय एकीकरण दिवस (National Integration Day) / कौमी एकता दिवस मनाया जाता है, जिसे कौमी एकता दिवस के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन न सिर्फ एक महान नेता को श्रद्धांजलि देता है, बल्कि देश की विविधता में एकता की शक्ति का भी उत्सव मनाता है। यह दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती (19 नवंबर 1917) के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। आइए, विस्तार से जानते हैं कि इस दिन का महत्व क्या है, इसे क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास क्या है। राष्ट्रीय एकीकरण दिवस क्यों मनाया जाता…

Read More

हर साल 19 नवंबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men’s Day) मनाया जाता है।। यह दिन पुरुषों के योगदान, स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। यह दिन उन पुरुषों को सम्मान देने का अवसर है जो परिवार, समाज, और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। साथ ही यह पुरुषों की सेहत, मानसिक स्थिति और सामाजिक चुनौतियों पर बातचीत को भी बढ़ावा देता है। अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस क्यों मनाया जाता है? अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का आरंभ 1999 में किया गया था। इस दिवस का उद्देश्य है— पुरुषों की स्वास्थ्य समस्याओं पर…

Read More

हिंदी दिवस 2025: प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है, यह दिन हमारी गौरवशाली  मातृभाषा हिंदी के महत्व को बताता है। वैसे तो हिंदी को खुद मां का दर्जा प्राप्त है जो किसी दिवस की मोहताज नहीं है, वह हर भारतीय के भीतर खुद ही विद्यमान है। हिंदी दिवस को मनाने का उद्देश्य हमारी मातृभाषा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है और हिंदी के प्रति हमारे क्या-क्या कर्तव्य हैं उन्हें याद दिलाना है। हिंदी दिवस 2025 – थीम “Hindi: Strength of National Integration and Global Identity” (हिंदी — राष्ट्रीय एकता और वैश्विक पहचान की शक्ति) यह…

Read More

उत्तराखंड में मातृहीन-पितृहीन छात्रों के लिए शैक्षिक सहायता योजना 2025-26 उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद, देहरादून ने मातृहीन-पितृहीन शैक्षिक सहायता योजना 2025-26 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना के तहत राज्य के ऐसे छात्र-छात्राओं को वित्तीय मदद दी जाती है, जिनके माता-पिता में से एक या दोनों का निधन हो चुका है और जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। योजना का उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य अनाथ, मातृहीन या पितृहीन छात्रों को शिक्षा जारी रखने में मदद करना है। योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 6 से 12वीं तक…

Read More

5 सितम्बर का दिन भारतवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन हमारे महान दार्शनिक, शिक्षक, विद्वान एवं भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाते हैं। यही दिन आगे चलकर “शिक्षक दिवस” के रूप में स्थापित हुआ। डॉ. राधाकृष्णन ने शिक्षा को केवल ज्ञानार्जन का माध्यम नहीं माना बल्कि उसे चरित्र निर्माण, सांस्कृतिक जागरूकता और मानवता की सेवा का आधार बताया। उनकी शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं और महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन देती हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डॉ. राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरुत्तनी नामक गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके…

Read More

अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन ने उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए Azim Premji Scholarship 2025-26 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, 18 राज्यों की 2.5 लाख छात्राओं को ₹30,000 वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना का उद्देश्य इस छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को उच्च शिक्षा में सहयोग प्रदान करना है। खासतौर पर सरकारी स्कूलों से पढ़ाई पूरी करने वाली कन्या छात्राओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा। पात्रता मानदंड लाभार्थी केवल कन्या छात्राएँ होंगी। छात्रा ने कक्षा 10 और 12 की परीक्षा सरकारी स्कूल से उत्तीर्ण की हो। छात्रा ने…

Read More

नशा आज हमारे समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। खासकर युवा वर्ग तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहा है, जो न केवल उनके स्वास्थ्य बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र के भविष्य के लिए भी खतरा पैदा करता है। इसी समस्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने “ड्रग्स फ़्री (Drugs Free) देवभूमि मिशन-2025” की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य को 2025 तक नशामुक्त बनाना, युवाओं को सही दिशा देना और नशा पीड़ितों के लिए पुनर्वास की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। नशे की समस्या और उसके कारण युवाओं के नशे की गिरफ्त में…

Read More

मदर टेरेसा (Mother Teresa), जिन्हें संत टेरेसा ऑफ़ कलकत्ता (Saint Teresa of Calcutta) के नाम से भी जाना जाता है, जो मानवता की सेवा का प्रतीक मानी जाती हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, बीमारों, अनाथों और बेसहारा लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। मदर टेरेसा का मूल नाम एग्नेस गोंझा बोयाजियू (Agnes Gonxha Bojaxhiu) था। जिनका जन्म 26 अगस्त 1910 को स्कोप्जे (अब उत्तर मैसेडोनिया) में हुआ था । वह रोमन कैथोलिक धर्म को मनाने वाली थी। प्रारंभ में युगोस्लाविया की नागरिक थी उसके बाद उन्होंने भारत की नागरिकता (1948) ले ली थी। मदर टेरेसा का जन्म एक अल्बानियाई…

Read More

हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन युवाओं की ऊर्जा, जोश और समाज को बदलने की शक्ति को सम्मान देने के लिए समर्पित है। इस अवसर पर दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य युवाओं की भूमिका को उजागर करना और उन्हें सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करना है। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस की घोषणा वर्ष 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 12 अगस्त 2000 को मनाया गया। इस दिवस…

Read More

“सखा सोऽस्ति यः सखायं दुःखेष्वपि न हन्ति यः।” (वही सच्चा मित्र है जो दुःख की घड़ी में भी साथ न छोड़े।) मित्रता जीवन की सबसे सुंदर निधि है। यह संबंध न किसी स्वार्थ पर आधारित है और न ही किसी मजबूरी पर। सच्चे मित्र हमारे दुख में ढाल बनते हैं और सुख में उत्सव के सहभागी। राष्ट्रीय मित्रता दिवस इसी अमूल्य बंधन का उत्सव है, जिसे हर वर्ष अगस्त के प्रथम रविवार को मनाया जाता है। मित्रता का महत्व “सख्यमेकं नित्यं शरण्यम्।” (सच्ची मित्रता सदा के लिए आश्रय और सहारा है।) मित्र जीवन की कठिन राहों को सरल बनाते हैं।…

Read More