हिंदी दिवस 2025: प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है, यह दिन हमारी गौरवशाली मातृभाषा हिंदी के महत्व को बताता है। वैसे तो हिंदी को खुद मां का दर्जा प्राप्त है जो किसी दिवस की मोहताज नहीं है, वह हर भारतीय के भीतर खुद ही विद्यमान है। हिंदी दिवस को मनाने का उद्देश्य हमारी मातृभाषा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है और हिंदी के प्रति हमारे क्या-क्या कर्तव्य हैं उन्हें याद दिलाना है। हिंदी दिवस 2025 – थीम “Hindi: Strength of National Integration and Global Identity” (हिंदी — राष्ट्रीय एकता और वैश्विक पहचान की शक्ति) यह…
Author: Mamta Negi
उत्तराखंड में मातृहीन-पितृहीन छात्रों के लिए शैक्षिक सहायता योजना 2025-26 उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद, देहरादून ने मातृहीन-पितृहीन शैक्षिक सहायता योजना 2025-26 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना के तहत राज्य के ऐसे छात्र-छात्राओं को वित्तीय मदद दी जाती है, जिनके माता-पिता में से एक या दोनों का निधन हो चुका है और जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। योजना का उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य अनाथ, मातृहीन या पितृहीन छात्रों को शिक्षा जारी रखने में मदद करना है। योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 6 से 12वीं तक…
5 सितम्बर का दिन भारतवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन हमारे महान दार्शनिक, शिक्षक, विद्वान एवं भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाते हैं। यही दिन आगे चलकर “शिक्षक दिवस” के रूप में स्थापित हुआ। डॉ. राधाकृष्णन ने शिक्षा को केवल ज्ञानार्जन का माध्यम नहीं माना बल्कि उसे चरित्र निर्माण, सांस्कृतिक जागरूकता और मानवता की सेवा का आधार बताया। उनकी शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं और महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन देती हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डॉ. राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरुत्तनी नामक गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके…
अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन ने उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए Azim Premji Scholarship 2025-26 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, 18 राज्यों की 2.5 लाख छात्राओं को ₹30,000 वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना का उद्देश्य इस छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को उच्च शिक्षा में सहयोग प्रदान करना है। खासतौर पर सरकारी स्कूलों से पढ़ाई पूरी करने वाली कन्या छात्राओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा। पात्रता मानदंड लाभार्थी केवल कन्या छात्राएँ होंगी। छात्रा ने कक्षा 10 और 12 की परीक्षा सरकारी स्कूल से उत्तीर्ण की हो। छात्रा ने…
नशा आज हमारे समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। खासकर युवा वर्ग तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहा है, जो न केवल उनके स्वास्थ्य बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र के भविष्य के लिए भी खतरा पैदा करता है। इसी समस्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने “ड्रग्स फ़्री (Drugs Free) देवभूमि मिशन-2025” की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य को 2025 तक नशामुक्त बनाना, युवाओं को सही दिशा देना और नशा पीड़ितों के लिए पुनर्वास की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। नशे की समस्या और उसके कारण युवाओं के नशे की गिरफ्त में…
मदर टेरेसा (Mother Teresa), जिन्हें संत टेरेसा ऑफ़ कलकत्ता (Saint Teresa of Calcutta) के नाम से भी जाना जाता है, जो मानवता की सेवा का प्रतीक मानी जाती हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, बीमारों, अनाथों और बेसहारा लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। मदर टेरेसा का मूल नाम एग्नेस गोंझा बोयाजियू (Agnes Gonxha Bojaxhiu) था। जिनका जन्म 26 अगस्त 1910 को स्कोप्जे (अब उत्तर मैसेडोनिया) में हुआ था । वह रोमन कैथोलिक धर्म को मनाने वाली थी। प्रारंभ में युगोस्लाविया की नागरिक थी उसके बाद उन्होंने भारत की नागरिकता (1948) ले ली थी। मदर टेरेसा का जन्म एक अल्बानियाई…
हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन युवाओं की ऊर्जा, जोश और समाज को बदलने की शक्ति को सम्मान देने के लिए समर्पित है। इस अवसर पर दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य युवाओं की भूमिका को उजागर करना और उन्हें सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करना है। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस की घोषणा वर्ष 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 12 अगस्त 2000 को मनाया गया। इस दिवस…
“सखा सोऽस्ति यः सखायं दुःखेष्वपि न हन्ति यः।” (वही सच्चा मित्र है जो दुःख की घड़ी में भी साथ न छोड़े।) मित्रता जीवन की सबसे सुंदर निधि है। यह संबंध न किसी स्वार्थ पर आधारित है और न ही किसी मजबूरी पर। सच्चे मित्र हमारे दुख में ढाल बनते हैं और सुख में उत्सव के सहभागी। राष्ट्रीय मित्रता दिवस इसी अमूल्य बंधन का उत्सव है, जिसे हर वर्ष अगस्त के प्रथम रविवार को मनाया जाता है। मित्रता का महत्व “सख्यमेकं नित्यं शरण्यम्।” (सच्ची मित्रता सदा के लिए आश्रय और सहारा है।) मित्र जीवन की कठिन राहों को सरल बनाते हैं।…
शुरुआत कब हुई? विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day), हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है। वर्ष 1989 में इसकी शुरुआत हुई थी। इसे शुरू करने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा रखा गया था। उद्देश्य क्या है? जनसंख्या वृद्धि की समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाना। जनसंख्या और विकास के बीच संतुलन को समझाना। परिवार नियोजन, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सशक्तिकरण, और प्रजनन स्वास्थ्य पर जोर देना। क्यों जरूरी है यह दिवस? 1987 में विश्व की जनसंख्या 5 अरब पार कर गई थी (11 जुलाई को ही) — यह एक चिंता और चेतावनी का संकेत बना। इसके…
उत्तराखंड की लोक संस्कृति में हरेला पर्व (Harela Festival) एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। यह पर्व हर वर्ष श्रावण मास की संक्रांति को मनाया जाता है। यह खेती, हरियाली और प्रकृति से प्रेम का प्रतीक है। यह त्योहार मानसून के मौसम की शुरुआत का प्रतीक भी है। बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने वाला हरेला उत्सव केवल एक सांस्कृतिक परंपरा से कहीं अधिक है, यह पारिस्थितिकी संतुलन, स्थिरता और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का आह्वान है। हरेला का अर्थ और महत्व “हरेला” शब्द का…