टेक्सास, अमेरिका से आई एक चौंकाने वाली खबर ने पूरी दुनिया को सतर्क कर दिया है। 71 वर्षीय महिला की मौत एक ऐसे अमीबा के संक्रमण से हुई है, जिसे ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’(brain eating amoeba) कहा जाता है। उन्होंने अपनी नाक की सफाई (nasal irrigation) के लिए उबाले बिना नल का पानी इस्तेमाल किया था।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह दुर्लभ लेकिन जानलेवा संक्रमण Naegleria fowleri नामक अमीबा के कारण हुआ, जो आमतौर पर गर्म मीठे पानी में पाया जाता है और नाक के ज़रिए मस्तिष्क में पहुंचकर उसे संक्रमित कर देता है।
क्या है ‘Naegleria fowleri’?
यह एक थर्मोफिलिक (गर्मी-पसंद) अमीबा है जो गर्म पानी, झीलों, नदियों और अच्छे से साफ न किए गए स्विमिंग पूल्स में पाया जाता है। जब यह नाक के रास्ते शरीर में प्रवेश करता है तो यह मस्तिष्क तक पहुंच जाता है और Primary Amebic Meningoencephalitis (PAM) नाम की बीमारी पैदा करता है — जो लगभग हमेशा घातक होती है।
इसे “ब्रेन ईटिंग अमीबा” कहा जाता है क्योंकि यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को धीरे-धीरे नष्ट कर देता है।
संक्रमण कैसे होता है?
- जब संक्रमित पानी नाक में चला जाता है यह तब होता है जैसे तैरते समय या Neti Pot से नाक की सफाई करते वक्त।
- यह बीमारी पानी पीने से नहीं होती और ना ही यह व्यक्ति से व्यक्ति में फैलती है।
- साधारण पानी पीने से यह बीमारी नहीं होती।
- अधिकतर मामले तब होते हैं जब लोग गर्म मीठे पानी में तैरते हैं या नाक की सफाई में असुरक्षित पानी इस्तेमाल करते हैं।
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यह अमीबा केवल तब खतरनाक होता है जब नाक के ज़रिए शरीर में जाता है।
लक्षण क्या होते हैं?
प्रारंभिक लक्षण | गंभीर लक्षण |
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सिरदर्द, बुखार, मतली, उल्टी | गर्दन में अकड़न, भ्रम, दौरे, कोमा |
CDC के अनुसार, संक्रमण के बाद 5 से 8 दिनों के भीतर मृत्यु हो सकती है। इस बीमारी की मृत्यु दर 97% से अधिक है।
कितने दुर्लभ हैं ये मामले?
- 1962 से 2023 तक अमेरिका में कुल 164 मामले दर्ज हुए
- इनमें से केवल 4 लोग ही जीवित बच सके
- हर साल औसतन 10 से कम मामले सामने आते हैं, लेकिन इनकी घातकता बहुत अधिक है
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क्या इसका इलाज संभव है?
- अभी कोई निश्चित और पूरी तरह सफल इलाज उपलब्ध नहीं है।
- कुछ मामलों में Miltefosine जैसी दवाएं शुरुआती चरण में मदद कर सकती हैं, लेकिन इसका असर सीमित है।
- जल्दी पहचान और तीव्र इलाज ही जीवन रक्षक हो सकता है।
बचाव के उपाय (CDC द्वारा सुझाए गए)
- नाक की सफाई (Neti Pot/Nasal Rinse) के लिए सिर्फ:
- उबाला हुआ और ठंडा किया गया पानी,
- डिस्टिल्ड (distilled) या स्टेराइल (sterile) पानी ही प्रयोग करें
- गर्मियों में झीलों या गंदे पानी में तैरने से बचें, या नाक में क्लिप या नोज़प्लग लगाएं
- स्विमिंग पूल्स को अच्छे से क्लोरीनेट करें और नियमित सफाई रखें
विशेषज्ञों की राय
“Naegleria fowleri हर गर्म मीठे पानी में हो सकता है, लेकिन यह तभी जानलेवा होता है जब वह नाक के रास्ते दिमाग तक पहुंचता है।”
— CDC रिपोर्ट
Naegleria fowleri का सक्रिय रूप “trophozoite” होता है, जो नाक से मस्तिष्क तक पहुंचता है। यह अमीबा वातावरण में बिना होस्ट के भी ज़िंदा रह सकता है और गर्म पानी में तेजी से फैलता है।
निष्कर्ष
यह घटना भले ही अमेरिका की है, लेकिन इससे मिलने वाली सीख वैश्विक है। भारत सहित कई देशों में नाक की सफाई आयुर्वेदिक या घरेलू उपचार के रूप में अपनाई जाती है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि सिर्फ एक लापरवाही — उबालना भूलना या नल का पानी सीधे इस्तेमाल करना — किसी की जान ले सकती है।
सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है।