देहरादून: उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश से बीजेपी के विधायक हैं. अग्रवाल धामी सरकार में संसदीय, शहरी विकास और वित्त मंत्री के पद पर थे. उत्तराखंड मंत्रिमंडल से प्रेमचंद अग्रवाल को हटाए जाने का मामला काफी दिनों से जोर पकड़ रहा था. भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी ने भी विधानसभा में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों के खिलाफ मंत्री के हालिया बयान को ‘दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया था।
पिछले महीने के अंत में सदन के बजट सत्र के दौरान अग्रवाल की टिप्पणी से लोगों, विशेषकर राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों के लोग, आक्रोशित हो उठे थे. इस टिप्पणी के कारण विरोध प्रदर्शन भी हुए और उनके पुतले भी जलाए गए थे. बजट सत्र के दौरान अग्रवाल ने कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट द्वारा उन पर की गई टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के राज्य के दर्जे की लड़ाई यह देखने के लिए नहीं लड़ी थी कि एक दिन ‘पहाड़ी’ और ‘देसी’ के बीच विभाजन पैदा हो जाएगा. अग्रवाल ने विपक्षी विधायकों के साथ बहस के दौरान आपत्तिजनक शब्द भी कहे थे।
जानिए इस्तीफा देने से पहले क्या कहा
इस्तीफा सौंपते वक्त प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा- आज मैंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं सीएम धामी का बहुत सम्मान करता हूं, उनके नेतृत्व में सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। PM का जिक्र करते हुए प्रेमचंद ने कहा कि जैसे वह उत्तराखंड उनके दिल में बसता है, वैसे ही वह हमारे दिल में बसते हैं। उनके आने के बाद उत्तराखंड विकास की राह में आगे बढ़ रहा है। बोले-मैं भी राज्य आंदोलनकारी रहा हूं उन्होंने कहा-जो उस वक्त बयान दिया था उस पर उसी दिन सदन में स्पष्टीकरण भी दे दिया था। मेरे भाव बिल्कुल गलत नहीं थे। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका जन्म उत्तराखंड में हुआ है। कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर ऐसा माहौल बनाया गया। मैं भी आंदोलनकारी रहा हूं, लेकिन आज ये साबित करना पड़ रहा है कि हमने भी प्रदेश के लिए योगदान दिया है।
इस्तीफे से पहले शहीदों को किया नमन
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस्तीफे का ऐलान करने से पहले अपनी धर्मपत्नी के साथ मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा में बने उत्तराखंड शहीद स्मारक पहुंचे थे। उन्होंने अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश विकास की तरफ बढ़े और प्रदेश में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे, इसका संकल्प लिया। प्रदेश में प्रेमचंद्र के पुतले जले थे दरअसल, विधानसभा बजट सत्र के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने पर्वतीय मूल्य के लोगों के लिए अमर्यादित शब्द बोले थे। जिसका जमकर विरोध हुआ था। उस दौरान पहाड़ और मैदान का मुद्दा प्रदेश भर में गर्माया था। जिसके बाद प्रदेश भर में प्रेमचंद अग्रवाल के पुतले भी जलाए गए। इसी के बाद से उत्तराखंड कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा लगातार चल रही थी। कहा जा रहा था कि होली के बाद कैबिनेट में फेरबदल होगा। इन्हीं चर्चाओं के बीच आज मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा से इस्तीफा दे दिया है।
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