-
भूस्खलन से 109 मार्ग बंद
-
ऊफान पर नदियां
देहरादून: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के चलते चारधाम यात्रा अग्रिम आदेश तक के लिए रोक दी गई है। रविवार की शाम को मौसम के अलर्ट को देखते हुए यात्रा के लिए निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश के कुमाऊं में रविवार को भी भारी बारिश का रेड अलर्ट है। चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट है, जबकि हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और उत्तरकाशी में भारी बारिश की संभावना है। जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
यह भी पड़े:दर्दनाक मौत: बद्रीनाथ यात्रा कर वापस लौट रहे दो मोटरसाइकिल सवार की चट्टान के मलबे से दबकर हुई मौत।
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडलायुक्त को निर्देश दिए कि मौसम विभाग की चेतावनी के आधार पर स्कूलों को खोलने और बंद करने का निर्णय लिया जाए। मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं के सभी जिलों के साथ ही गढ़वाल में रुद्रप्रयाग, चमोली और पौड़ी में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है और नदियों का जलस्तर खतरे के आसपास हो सकता है। वही उत्तराखंड के नौ जिलों में आज रविवार को भारी से अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट किया है। केंद्र ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक लगाते हुए एडवाइजरी जारी की है।
यह भी पड़े:एक हफ्ते पहले बनी विश्व विजेता भारतीय टीम जिम्बाब्वे से 13 रनों से हारी।
बदरीनाथ हाईवे समेत प्रदेश में 109 मार्ग बंद
प्रदेश में शनिवार को भूस्खलन आदि के चलते बदरीनाथ हाईवे समेमत 142 मार्ग बंद हुए। लोगों को मार्ग खुलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। जबकि 56 मार्ग शुक्रवार से बंद थे। लोनिवि ने इसमें से 89 मार्ग को खोल दिया। इसके बाद भी 109 सड़क बंद हैं। इसमेें एक राष्ट्रीय राजमार्ग और सात राजमार्ग शामिल हैं। इसके अलावा 11 मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग और 88 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।
यह भी पड़े:
पिथौरागढ़ की काली नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर
भारी बारिश के कारण पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर चला गया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने अलर्ट जारी करते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, केंद्रीय जल आयोग की वेबसाइट से जारी दैनिक जल स्तर एवं पूर्वानुमान के तहत शनिवार को शाम काली नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर चला गया है। ऐसे में हर स्तर पर सावधानी बरती जाए। केंद्रीय जल आयोग से जल स्तर की मॉनिटरिंग की जाए। लोगों को इसके प्रति आगाह किया जाए। ताकि कोई जनहानि न हो।
यह भी पड़े:जिलाधिकारी विनित तोमर ने लोगों से की सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश।