नई दिल्ली: दिल्ली में मौसम कब और कैसे बदल जा रहा है, इसको लेकर दिल्लीवासी भी हैरत में हैं. कहीं झमाझम बारिश हो रही है तो कहीं पानी की एक बूंद भी नहीं गिर रही है. शनिवार को भी दिल्ली में ऐसा ही मौसम का बदलाव देखने को मिला. मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में खूब बारिश हुई. ये बारिश एक कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए काल बन गई. कोचिंग की इमारत के बेसमेंट में पानी भर गया, जहां पर कुछ छात्राएं पढ़ रही थीं. पानी में डूबने से तीन छात्राओं की मौत हो गई।
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घटना को लेकर एक छात्र ने कहा कि एमसीडी का कहना है कि यह आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। आपदा कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने कहा कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से कह रहा था कि नाले की सफाई होनी चाहिए।
कुर्सियां पानी में तैर रही थीं
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक बेसमेंट में पानी भर गया. छात्राएं मदद के लिए चिल्ला रही थीं. बेसमेंट में रखे फर्नीचर पर कुछ छात्राएं खड़ी थीं. एक अधिकारी ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए रखी गईं बेंच-कुर्सियां पानी में तैर रही थीं. बेसमेंट में कांच लगे हुए थे. पानी के प्रवाह की वजह से ये भी टूट गए थे, जहां से पानी अंदर आ रहा था. गेट से भी पानी घुस रहा था. स्टूडेंट्स को कोई दूसरा रास्ता नहीं मिला, जिससे वह बाहर आ सकें।इस हादसे को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी है. छात्रों ने एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन किया. एक छात्र ने कहा कि 80 प्रतिशत लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं. 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है. एमसीडी ने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया.
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मोटर पंप से बाहर निकाला गया पानी
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्द्धन ने कहा कि कोचिंग के बेसमेंट से तीन शवों को बरामद कर लिया गया है. मोटर पंप से पानी लगातार निकाला जा रहा है. 13 से 14 छात्रों को बेसमेंट से बाहर निकाला गया है. इनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है. मृतकों में यूपी के अंबेडकरनगर की श्रेया,तेलंगाना की तान्या और केरल का नेविन डालविन शामिल हैं।
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