अल्मोड़ा: जिले में दीपावली पर्व के मद्देनज़र उपभोक्ताओं को त्योहार के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विद्युत विभाग ने सोमवार को बड़े स्तर पर अनुरक्षण कार्य शुरू किया। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की ओर से जिले के 132 केवी उपकेंद्रों में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक आवश्यक मरम्मत और लाइन सुधार कार्य किए जाने की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। उद्देश्य था कि दीपावली से पहले बिजली व्यवस्था को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त किया जा सके, ताकि त्योहार की रातों में किसी प्रकार का तकनीकी संकट उत्पन्न न हो।
लेकिन तय समय सीमा के बावजूद शाम पांच बजे के बाद भी कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई। इससे नगर और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घरों, दुकानों और छोटी औद्योगिक इकाइयों में अंधेरा छा गया और लोग दीपावली की तैयारियों के बीच बिजली कटौती से असहज हो उठे।
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शहर के कई इलाकों में बिजली विभाग के अनुसार मरम्मत कार्य निर्धारित समय से अधिक बढ़ गया। कुछ स्थानों पर पुराने तारों के बदलने में जितना समय अनुमानित था, उससे अधिक समय लग गया। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में कई फीडरों पर ट्रिपिंग की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे बिजली आपूर्ति पुनः सुचारू नहीं हो सकी। नागरिकों ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी समय पर काम पूरा करने में लापरवाह साबित हुए हैं और इसकी सजा आम उपभोक्ताओं को झेलनी पड़ रही है।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी नाराज़गी जाहिर की। कई उपभोक्ताओं ने ट्वीट और स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुपों में संदेश लिखकर कहा कि विभाग ने पहले से जानकारी देकर कटौती की थी, फिर भी निर्धारित समय के बाद बिजली वापस नहीं आई। दीपावली की तैयारियों के चलते लोगों को न केवल रोशनी की जरूरत थी, बल्कि कई घरों में मिठाई बनाने, सफाई और सजावट के कार्य बिजली न होने के कारण प्रभावित हुए।
उधर, यूपीसीएल अधिकारियों का कहना है कि अनुरक्षण कार्य आवश्यक था, ताकि त्योहार के दिनों में किसी प्रकार की तकनीकी खराबी उपभोक्ताओं को परेशान न करे। विभाग का दावा है कि अधिकतर उपकेंद्रों में रखरखाव कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है और जिन क्षेत्रों में देरी हुई, वहां तकनीकी टीमों को भेजा गया है। देर रात तक सभी प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सामान्य करने का आश्वासन दिया गया है।
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि विभाग इस तरह के कार्यों की योजना बेहतर ढंग से बनाए, ताकि उपभोक्ता अनावश्यक परेशानी में न पड़ें। साथ ही आम जन यह भी चाहते हैं कि आगामी त्योहारों में ऐसी स्थिति दोबारा न बने और विभाग उपकेंद्रों के अनुरक्षण कार्यों में पारदर्शिता व तत्परता दिखाए। दीपावली जैसे प्रकाश पर्व के अवसर पर जब हर कोई अपने घर-आंगन को रोशनी से सजाने की तैयारी में जुटा है, ऐसे में बिजली का लंबे समय तक गुल रहना सचमुच चिंता का विषय है। उम्मीद है कि विभाग समय पर सप्लाई सामान्य कर उपभोक्ताओं की दिवाली में फिर से रोशनी लौटा पाएगा।