द्वाराहाट: मनरेगा (Manrega) कर्मी पर फर्जी भुगतान करने और परिजनों को फर्जी तरीके से काम देने के आरोप को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने द्वाराहाट ब्लॉक में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने संबंधित कर्मी को तुरंत पद से हटाने और इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई। आपको बता दें कि यह मामला अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट ब्लॉक का है, जहां मनरेगा कर्मी नारायण सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में आज नारायण सिंह रावत ने ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) को ज्ञापन सौंपकर अपनी बात रखी। उन्होंने ज्ञापन में कुछ व्यक्तियों पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। नारायण सिंह ने कहा कि लंबे समय से उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दो वर्ष पूर्व भी उन पर फर्जीवाड़े के झूठे आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद उनके खिलाफ सीडीओ कार्यालय में शिकायत की गई थी।
उन्होंने आगे बताया कि उस समय बिना किसी जांच-पड़ताल के ही उन्हें सेवा से हटा दिया गया था। ऐसे अन्यायपूर्ण फैसले के खिलाफ उन्होंने न्यायालय की शरण ली, जिसके बाद उनकी सेवा बहाल हुई। लेकिन अब, जब मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है और अंतिम निर्णय आना बाकी है, कुछ लोग फिर से उनका उत्पीड़न कर रहे हैं और उन्हें सेवा से हटाने का दबाव बना रहे हैं।
धरना प्रदर्शन के दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि यदि इस मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए, ताकि दोषियों को सजा मिले और निर्दोष व्यक्ति को न्याय मिले।
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इस घटना ने द्वाराहाट क्षेत्र में हलचल मचा दी है, और ग्रामीणों के बीच भी इस मामले को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। एक ओर मनरेगा कर्मी अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारी आरोपों को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले को किस तरह से संभालता है और निष्पक्ष जांच कर सच्चाई तक पहुंचता है।
इस पूरे प्रकरण ने यह भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता है और क्या मनरेगा जैसे बड़े कार्यक्रमों में कार्यरत कर्मियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति पर्याप्त समर्थन मिल रहा है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में सुधार की ओर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है।
मनरेगा (manrega) कर्मी नारायण सिंह रावत ने कहा कि मेरे साथ 122 ग्राम प्रधानों ने मेरा समर्थन किया है। ज्ञापन देते हुए देव सिंह रावत, दीपक बिष्ट, मोहन सिंह रावत, शैलेंद्र रावत,कुंदन सिंह, जीवन, मोहन सिंह रावत, महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।