देहरादून: LUCC चिटफंड घोटाला (Loni Urban Multi-State Credit & Thrift Co-operative Society) उत्तराखंड से शुरू होकर तेजी से कई राज्यों में फैल गया, जिसमें निवेशकों को जल्दी और अधिक रिटर्न का झांसा दिया गया. कंपनी ने 2016 में श्रीनगर गढ़वाल से काम शुरू किया और करीब 37 शाखाएं पूरे प्रदेश में खोल दीं. शुरुआत में निवेश पर वादा के मुताबिक रिटर्न मिला, जिससे लोगों में कंपनी के प्रति विश्वास बढ़ा और उन्होंने बड़ी रकम, खासकर फिक्स्ड डिपॉजिट, जमा कर दी. निवेशकों में अधिकतर महिलाएं, सैनिक परिवार और ग्रामीण वर्ग शामिल थे।
इसके बाद कंपनी ने पूरे देश में अपना जाल फैलाया और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान समेत आठ राज्यों के हजारों लोगों से पैसे इकट्ठे किए. जल्द पैसा दोगुना करने और सुरक्षित निवेश के झांसे से आमजन को फंसाया गया.अक्टूबर 2024 में कंपनी अचानक खाता और ऑफिस बंद करके विदेश भाग गई. इसके बाद खुलासा हुआ कि करीब 189 करोड़ से ऊपर की ठगी की गई है जिसमें सिर्फ उत्तराखंड में 92 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई।
इस घोटाले का मास्टरमाइंड समीर अग्रवाल बताया जा रहा है, जो वर्तमान में दुबई में फरार है. उसके अलावा विपुल शुक्ला, संजीव खरे, विनय कुमार, रामनाथ गुप्ता, जितेंद्र सिंह निरंजन जैसे कई अन्य जिम्मेदारों पर भी आरोप तय किए गए हैं. इन सभी के खिलाफ लुक-आउट नोटिस और इनाम घोषित किया गया है.
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गलत तरीके से सहकारी समिति पंजीकरण, फर्जी रिटर्न, एजेंट की मदद से ग्रामीण व शहरों में निवेशकों को जोड़ना और सेमिनार द्वारा झांसा देना, यह सब घोटाले के रणनीतिक ज्यादा रिटर्न पाने के लालच पर आधारित रहा. कंपनी के बंद होते ही हजारों लोग सड़क पर उतर आए—देहरादून में हजारों एजेंट धरने पर बैठे, महिलाएं और पीड़ित परिवार अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. कई जिलों में मुकदमें दर्ज हुए. पुलिस कुछ ब्रांच मैनेजरों व स्थानीय स्टाफ को हिरासत में ले चुकी है, लेकिन मुख्य आरोपी विदेश में हैं और उन तक पहुंचना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.
सरकार के दबाव और विरोध के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. अब उम्मीद है कि जांच के बाद दोषी प्रमोटरों पर कड़ी कार्रवाई होगी और हजारों निवेशकों का पैसा वापस दिलाने की कोशिश तेज होगी.चिटफंड घोटाले ने देश में सहकारी समितियों की साख को गंभीर चोट पहुंचाई है, और पीड़ित आमजन आज भी अपनी मेहनत की कमाई के लिए संघर्षरत है।