Home पर्यटन लेह लद्दाख Leh Ladakh: घूमने के लिए एक अद्भुत स्थान

लेह लद्दाख Leh Ladakh: घूमने के लिए एक अद्भुत स्थान

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भारत, विविधताओं और समृद्धि का देश, जिसे उसकी प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही, गर्मी का मौसम आ चुका है और इसका मतलब है कि छुट्टियों का समय आ गया है| भारत विभिन्न प्रकार के भव्य स्थलों वाला एक विशाल देश है, जो गर्मी से बचने के लिए आदर्श स्थान प्रदान करता है। चाहे आप पहाड़ों की शांति, समुद्र तटों की रोमांचकता, या ऐतिहासिक स्थलों की समृद्धि चाहते हों, भारत में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है उनमे से एक है लद्दाख|

लद्दाख Ladakh:-

लद्दाख भारत के उत्तर में स्थित एक ऊंचाई वाला रेगिस्तानी क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बौद्ध संस्कृति, साहसिक गतिविधियों और आश्चर्यजनक परिदृश्यों के लिए जाना जाता है। लद्दाख समुद्र तल से 3,500 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है, जो गर्मियों के महीनों में भी सुखद तापमान बनाए रखता है। लद्दाख अपनी लुभावनी सुंदरता के लिए जाना जाता है ऊंचे पर्वत शिखर, निर्मल नीला आकाश, और विशाल घाटियां मिलकर एक ऐसा दृश्य तैयार करती हैं जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।

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लेह लद्दाख Leh Ladakh में पर्यटन स्थल:-

(Leh Ladakh) लेह लद्दाख, भारत के उत्तरी हिमाचल प्रदेश में स्थित एक अद्भुत स्थान है  इसका सौंदर्य, धार्मिकता, स्व्छय पर्यावरण, नदिया, पहाड़, झरने और शांति का वातावरण यहां आने वाले हर यात्री का मन मोह लेते है। आईये आपको लद्दाख के कुछ पर्यटन स्थल के बारे में बताते है|

लेह Leh:-

लेह, लद्दाख की राजधानी शहर है और हिमालय के गोद में स्थित यह स्थान अपनी अनोखी प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिकता, स्थानीय संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है जैसे:- बर्फीली पहाड़ियां, नीले आकाश के नीचे स्थित झीलें, बौद्ध विहार, गुरुद्वारे, और मंदिर आकर्षण का केंद्र है।

लेह एक ऐसा पर्यटन स्थल है जो विश्वभर में अपनी अनूठी पहचान रखता हैं। लेह आने वाले अधिकतर यात्री यहा की  बाजारों में शॉपिंग का अनुभव लेते है, जहां आप स्थानीय कला-संग्रहालयों से लेकर स्थानीय सूट्स, शाल्स, और अन्य हस्तशिल्प उत्पादों को खरीद सकते हैं।

पैंगोंग झील Pangong Lake:-

पांगोंग झील pangong lake भारत की सबसे ऊचाई पर स्थित झील है जिस्की उचाई लगभग 4500 मीटर है। यह 134 किमी लंबी है और भारत के लद्दाख़ से तिब्बत पहूँचती है। जो आकर्षण का केंद्र है और इसका दृश्य अद्भुत है। यह झील तीर्थस्थल के रूप में भी जानी जाती है इसलिए यहां घूमने वाले यात्री की भीड़ लगी रहती है|

Pangong Lake

नुब्रा घाटी Nubra Valley:-

खूबसूरत वादियों का अद्भुत संगम नुब्रा वैली को ‘बॉलीवुड वैली’ के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां के विशाल वादियों में बहुत से फिल्में शूट हुई हैं। यहां के फूलों से सजे नज़ारे को देखने का अनुभव यात्रियों को बेहद आनंद का अनुभव प्रदान कराता है।

Nubra Valley

हेमिस मठ:-

संगम हेमिस गोम्पा एक भव्य बौद्ध मॉनास्ट्री है। यहां रहने वाले महंत, भिक्षु, और धर्मीक पुरोहित धार्मिकता के आध्यात्मिक भाव से प्रभावित होते हैं।

Hemis Monastery

तुरतुक लद्दाख का एक बेहद खूबसूरत गांव:-

छोटा सा ख्वाबों का गाँव तुर्तुक वैली लद्दाख की खूबसूरत वादियों में से एक है, जो अपने अंदर अनेको सांस्कृतिक धारोहरों को भरा हुआ है। यहां एक सांस्कृतिक महोत्सव का भी आयोजन होता है, जिसमें लोक-देवी या लोक-देवताओं के प्रतिष्ठान के लिए प्राचीन परंपरा का पालन किया जाता है।

Turtuk village

चादर ट्रैक:-

इस ट्रैक को स्थानीय लोग ‘चादर’ के नाम से जानते हैं, क्योंकि यह जलप्रवाह सतह पर बर्फ की एक परत जैसा दिखता है, जिसका अर्थ होता है ‘चादर’। चादर ट्रैक जनवरी से फरवरी के महीनों में होता है, क्योंकि इस समय पर शिकारा नदी बर्फ से ढकने लगती है। यात्रियों को इस ट्रैक के लिए स्थायी और प्रमाणित गाइड के साथ जाना चाहिए और सुरक्षा नियमों का पालन करना आवश्यक है। यह एक बेहद महत्वपूर्ण बात है|

Chadar Trek

खारदुंग ला पास:-

खारदूंग ला पास आपको एडवेंचर का अनुभव करता है यह एक प्रमुख हाई एल्टीट्यूड पास है जो ट्रेकिंग और एडवेंचर जाने वालों के बीच लोकप्रिय है। यहां से दर्शक बर्फीले पर्वत शिखरों का दर्शन कर सकते हैं|

खारदुंग ला पास

जांस्कर घाटी:-

प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद जास्कर घाटी जो खूबसूरत नजारों के साथ घूमने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

जांस्कर घाटी

लद्दाख का धार्मिक स्थल गुरुद्वारा पत्थर साहिब:-

गुरुद्वारा पत्थर साहिब लेह लद्दाख का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित है। यह गुरुद्वारा लेह से पहले 25 किमी दूर श्रीनगर-लेह रोड पर स्थित है यह सिक्ख समुदाय के लोगों के लिए एक पवित्र स्थान है| यहां सिखों के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी भक्ति और शांति का अनुभव करने के लिए आते हैं।

लद्दाख का धार्मिक स्थल गुरुद्वारा पत्थर साहिब

कारगिल:-

कारगिल लद्दाख के एक खास और महत्वपूर्ण स्थान है यह स्थान भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर में स्थित है और लद्दाख का एक महत्वपूर्ण जिला है। कारगिल में भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में युद्ध हुआ था। जिसमे भारत की विजय हुई| इसके पश्चात विजय दिवस के रूप में ज्योति स्थंभ (Victory Flame) लाया गया था, जिसे यहां से आगे भारत के विभिन्न भागों में ले जाया गया था।

कारगिल

लेह पैलेस:-

राजवंशों की धरोहर लेह पैलेस लद्दाख का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन रॉयल रिजिडेंस है|

लेह पैलेस

त्सो कर झील:-

त्सो कर झील लद्दाख के चांगथांग प्लेन्स के नाम से जाने जाने वाले क्षेत्र में स्थित है। यह झील मानसरोवर झील और त्सो मोरिरी झील के पास है। यहां की ऊँचाई लगभग 4,530 मीटर (14,860 फुट) है और इसे लद्दाख की उच्चतम झीलों में से एक माना जाता है।

त्सो कर झील

मैग्नेटिक हिल:-

मैग्नेटिक हिल लद्दाख के लेह से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह नवीन कारगिल रास्ते पर पाया जाता है और इसे गोरख बेट के पास मिलता है।

मैग्नेटिक हिल

हेमिस राष्ट्रीय उद्यान Hemis National Park:-

हेमिस राष्ट्रीय उद्यान यह भारत का एक सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है और इसमें विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है हेमिस राष्ट्रीय उद्यान अपने प्राकृतिक सौंदर्य और विविध जंगली जीवन के लिए जाना जाता है। जिसमें हिमालयन चोंचल और बर्फीले पहाड़ियों की खूबसूरत दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। यहां पर्वतीय जलवायु, झीलें और वन्य जीवन के विविधता का अनुभव होता है।

Hemis National Park

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कुछ साहसिक गतिविधिया:-

लद्दाख साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए स्वर्ग है। ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिवर राफ्टिंग और बंजर जंपिंग जैसी गतिविधियों में से आप चुन सकते हैं।

ट्रेकिंग:-

लद्दाख में कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं, जो सभी स्तरों के ट्रैकर्स के लिए उपयुक्त हैं। कुछ लोकप्रिय ट्रेकिंग मार्गों में शामिल हैं – मार्खा वैली ट्रेक, पेंगी ला ट्रेक और चाडर ट्रेक।

कैंपिंग:-

लद्दाख में कैंपिंग का अनुभव आपको सुंदरता और शांति के साथ विश्राम का मौका प्रदान करता है। यहां कई खुले मैदान और झीलें हैं जहां आप कैंपिंग का मजा ले सकते है|

माउंटेन बाइकिंग:-

लद्दाख माउंटेन बाइकिंग के लिए एकदम सही है। आप शानदार दृश्यों का आनंद लेते हुए विभिन्न गांवों और मठों का पता लगा सकते हैं। रूट नंबर 3 और रूट नंबर 2 बाइकर्स के लिए सबसे लोकप्रिय हैं।

रिवर राफ्टिंग:-

नदी पर रिवर राफ्टिंग एक रोमांचकारी अनुभव है जिसकर नदी और जंगमार्ग नदी राफ्टिंग के लिए लोकप्रिय हैं।

पैराग्लाइडिंग:-

ऊँचे आकार के पर्वतीय इलाके और प्रशांत हवाओं के साथ पैराग्लाइडिंग का आनंद लें। माथो नाकी, तिखी सड़क, और नुब्रा वैली पैराग्लाइडिंग के लिए लोकप्रिय स्थल हैं।

स्कीइंग:-

लद्दाख में बर्फीले शिखरों में आप स्कीइंग का मजा ले सकते हैं। यह गतिविधि खासकर सर्दी के मौसम में की जाती है।

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लेह लद्दाख Leh Ladakh घूमने का सही समय:–

लेह लद्दाख का मौसम वर्षा, शीतकालीन और गर्मियों में अलग-अलग होता है, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप किस मौसम में यहाँ घूमना चाहते है|

सर्दी (अक्टूबर से मार्च):-

अधिक ऊचाई में होने के कारण सर्दी के मौसम में लद्दाख बहुत ठंडा और चारो तरफ की पहाड़ी बर्फ के ढेर से ढके रहते है। इसलिए तापमान रात्रि में -20 से -25 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इस समय पर जमीन भी बर्फ की वजह से ढक जाती है, जिससे यात्रा करना कठिन होता है। सर्दी के मौसम में ज्यादातर पर्वतारोहण और ट्रेकिंग गतिविधियों को बंद कर दिया जाता है। यह मौसम लद्दाख के निवासियों के लिए बहुत कठिन होता है|

गर्मी (अप्रैल से जून):-

गर्मी के मौसम में लद्दाख में तापमान बढ़ने लगता है जिस कारण सर्दियों में गिरी हुई बर्फ पिघलने लगती है और बर्फ से ढकी हुई सड़कें साफ हो जाती हैं। यह समय लद्दाख घूमने के लिए सबसे अच्छा है। इस समय पर आप पर्यटक स्थलों का आनंद ले सकते हैं। यह समय भी साहसिक गतिविधियों के लिए अनुचित होता है।

बरसात (जुलाई से सितंबर):-

बरसात के मौसम में लद्दाख घूमना अधिक खतरनाक हो सकता है, क्योंकि भारी वर्षा और भूस्खलन की संभावना रहती है। सड़कें व ब्रिजेस वर्षा के कारण टूट सकते हैं, जिससे यात्रा करना अधिक खतरनाक होता है। यहां के प्रमुख पर्यटक स्थल जैसे कि नुब्रा वैली, पांगोंग झील, और हेमिस बार्गा फेस्टिवल को देखने का यह सही समय होता है।

लद्दाख पहुंचने के लिए विभिन्न तरीके:-

वायुयान:-

लद्दाख पहुँचने का सबसे आसान और तेज तरीका वायुयान के द्वारा है लेह, लद्दाख की राजधानी, के पास लल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जिससे लद्दाख के विभिन्न हिस्सों में उड़ानें होती हैं। दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु जैसे बड़े शहरों से नियमित वायुयान सेवाएं उपलब्ध होती हैं।

सड़क यातायात:-

लेह से मानसरोवर, श्रीनगर, मनाली, जम्मू आदि शहरों से बसें और टैक्सियां चलती हैं। यह लद्दाख के अन्य हिस्सों जैसे नुब्रा वैली, पांगोंग झील, तस्क्तो, लामायुरु आदि के लिए भी आपको रास्ता प्रदान करता है।

यात्रा के लिए कुछ सुझाव:-

  • लद्दाख में ऊंचाई के कारण वहां की जलवायु ठंडी रहती है। गर्मियों में भी गर्म कपड़े साथ लाना न भूलें।
  • सूर्य की तेज किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन, sunglasses और टोपी साथ लाएं।
  •  जरुरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, लाइसेंस, स्वास्थय प्रमाण पत्र आदि|

 

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