नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल स्थित प्रमुख पर्यटक स्थल टिफिन टॉप पर बनी ऐतिहासिक डोरोथी सीट मंगलवार देर रात तेज बारिश और भूस्खलन के कारण ढह गई. भूस्खलन के बाद ये स्थल इतिहास बन गया है. देर रात्रि बारिश होने के कारण अचानक टिफिन टॉप से भरी भरकम बोल्डर नीचे आने लगे. इसके साथ ही पूरा शहर तेज आवाज से गूंज उठा. जिसके बाद आस पास के इलाके के लोग डर गए। नैनीताल के दक्षिण की 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित टिफिन टॉप में हर वर्ष लाखों की तादाद में पर्यटकों सहित स्थानीय नागरिक बेहतरीन प्राकृतिक नजारों का आनंद लेने जाते रहे हैं। पर्यटकों से कहीं ज्यादा यह स्थान स्थानीय निवासियों में लोकप्रिय था। बीते कई वर्षों से यहां गहरी दरारें पड़ गई थीं और यह दरकने लगा था। स्थानीय नागरिकों ने भी अनेक बार ज्ञापन देकर प्रशासन को समस्या से अवगत कराया था लेकिन इस पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई और आखिरकार वह अनहोनी हो गई जिसकी लंबे समय से आशंका जताई जा रही थी।
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प्रेम को समर्पित थी ये धरोहर
टिफिन टॉप की डोरोथी सीट एक अंग्रेज सैन्य अधिकारी का अपनी पत्नी के प्रेम को समर्पित थी. डोरोथी सीट का निर्माण ब्रिटिश सेना के अधिकारी कर्नल केलेट ने अपनी कलाकार पत्नी डोरोथी केलेट की याद में किया था. डोरोथी का इंग्लैंड जाते समय जहाज पर सेप्टिसीमिया से निधन हो गया था. डोरोथी अक्सर इस स्थान पर बैठ कर पेंटिंग बनाया करती थीं. उन्हें ये जगह बेहद पसंद थी।
आपको बता दे कि करीब रात 11 बजे टिफिन टॉप क्षेत्र में तेज आवाज हुई और लोग घबरा कर उठ गए. डोरोथी सीट के समीप रेस्टोरेंट है डोरोथी सीट के ढह जाने की सूचना सबसे पहले उसी रेस्टोरेंट से एक युवती ने दी,और बताया कि देर रात बारिश के बीच ही अचानक बहुत तेज़ आवाज़ आई,बाहर जाकर देखा तो डोरोथी सीट खाई में समा चुकी थी,जिसके बाद सभी को डर लगने लगा,युवती ने बताया कि उनका रेस्टोरेंट सुरक्षित है. इस घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया और तुरंत एसडीएम , डीडीएमओ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची,मौके पर पहुंचे एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि क्षेत्र के सभी लोग सुरक्षित है।