देहरादून: उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस साल 28 हजार छात्र फेल हो गए। इन फेल छात्रों में से हजारों छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर की ओर से उत्तीर्ण होने के लिए एक नहीं बल्कि तीन मौके दिए जाएंगे।
इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में कुल 28 हजार छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं. इनमें हाईस्कूल में लगभग 10 हजार और इंटरमीडिएट में करीब 18 हजार परीक्षार्थी शामिल हैं. परिषद के अपर सचिव बृहमोहन रावत ने जानकारी दी कि हाईस्कूल में जो छात्र दो विषयों में फेल हुए हैं और इंटरमीडिएट में जो छात्र एक विषय में फेल हुए हैं, उन्हें विशेष राहत दी जाएगी।
इन फेल विद्यार्थियों को तीन बार परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा. पहली बार परीक्षा इसी वर्ष जुलाई माह में कराई जाएगी. इसके लिए परिषद इसी महीने फेल हुए छात्रों से परीक्षा फार्म भरवाएगा. यदि छात्र इस मौके पर पास नहीं हो पाते हैं तो उन्हें दूसरा अवसर 2026 में होने वाली मुख्य परीक्षा के साथ मिलेगा. तीसरा और अंतिम अवसर भी इसी मुख्य परीक्षा के बाद दिया जाएगा.
छात्रों को यह सुविधा भी दी जाएगी कि वे अंक सुधार के लिए भी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. यानी जो छात्र पहले ही पास हो चुके हैं लेकिन अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं, वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं. इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार कुल 1,06,345 परीक्षार्थी और हाईस्कूल में 1,09,559 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे.
फेल छात्रों के लिए यह योजना एक सुनहरा मौका है, जिससे वे अपना साल बचा सकते हैं और उच्च शिक्षा या भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने का अवसर पा सकते हैं. विद्यालयी शिक्षा परिषद ने सभी संबंधित विद्यालयों को निर्देश जारी किए हैं कि वे फेल छात्रों को इस योजना की जानकारी समय पर दें और फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया में सहायता करें, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकें।
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