नई दिल्ली: Delhi-NCR और बिहार में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सुबह 5:36 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
Delhi-NCR में लोगों ने महसूस किया कंपन
भूकंप के झटके महसूस होते ही दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न इलाकों में लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र दिल्ली के आसपास का क्षेत्र बताया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हल्के झटके महसूस होना असामान्य नहीं है, लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
बिहार के सीवान में भी भूकंप
दिल्ली में भूकंप के करीब ढाई घंटे बाद बिहार में भी कंपन महसूस किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बिहार के सीवान जिले में भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.0 मापी गई। भूकंप का केंद्र सीवान के आसपास का क्षेत्र रहा। भूकंप के झटकों से लोग अचानक घरों से बाहर निकल आए और कुछ समय तक घबराहट का माहौल बना रहा। हालांकि, किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
भूकंप से जुड़ी सावधानियां
भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। भूकंप के दौरान निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना आवश्यक है:
- खुले स्थानों पर जाएं: अगर भूकंप महसूस हो तो खुले स्थानों पर जाने की कोशिश करें, जहां इमारतें, पेड़, या बिजली के खंभे न हों।
- टेबल या मजबूत संरचनाओं के नीचे छुपें: अगर बाहर जाना संभव न हो तो टेबल या किसी मजबूत चीज के नीचे छुपकर सिर और गर्दन की सुरक्षा करें।
- लिफ्ट का प्रयोग न करें: भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है, इसलिए सीढ़ियों का उपयोग करें।
- अफवाहों से बचें: भूकंप के बाद कई तरह की अफवाहें फैल सकती हैं, इसलिए आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
- आपातकालीन किट तैयार रखें: टॉर्च, प्राथमिक उपचार किट, पानी की बोतल और रेडियो जैसी जरूरी चीजें हमेशा पास रखें।
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सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
भूकंप के झटकों के बाद प्रशासनिक स्तर पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है।
भूकंप की वैज्ञानिक व्याख्या
विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय उपमहाद्वीप भूकंपीय गतिविधियों के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। हिमालयी क्षेत्र के पास स्थित होने के कारण उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण समय-समय पर भूकंप आते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह के हल्के झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत नहीं होते, लेकिन यह भविष्य में आने वाली किसी आपदा का संकेत भी हो सकते हैं।
हालात सामान्य, लेकिन सतर्कता जरूरी
सोमवार सुबह आए भूकंप के झटकों के बावजूद दिल्ली-एनसीआर और बिहार में हालात पूरी तरह सामान्य हैं। किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और भूकंप से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए।
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भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता और तैयारियां बेहद जरूरी हैं। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से समय रहते निपटा जा सके।