उत्तरप्रदेश: छिंदवाड़ा जिले में बच्चों की मौत की दर्दनाक घटना ने पूरे मध्यप्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। Coldrif सिरप के सेवन के बाद कई बच्चों की तबियत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस भयावह दुर्घटना के बाद राज्य सरकार ने तत्काल इस सिरप की बिक्री पर पूरे प्रदेश में प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। सरकार का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
घटना का पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, छिंदवाड़ा जिले में कुछ बच्चों को सर्दी-खांसी की शिकायत पर स्थानीय मेडिकल स्टोर से Coldrif सिरप दिया गया था। सिरप के सेवन के बाद बच्चों की तबियत अचानक बिगड़ने लगी। परिवार वालों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद कई बच्चों की मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों में दहशत का माहौल बन गया।
सरकार का त्वरित एक्शन
घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने इस सिरप की बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को Coldrif सिरप को बाजार से तत्काल हटाने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही, सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य सभी उत्पादों पर भी जांच शुरू कर दी गई है और उन पर प्रतिबंध की प्रक्रिया प्रगति पर है।
तमिलनाडु फैक्ट्री से जुड़ा संबंध
इस सिरप का निर्माण तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित एक फार्मास्यूटिकल फैक्ट्री में किया जाता है। मध्यप्रदेश सरकार ने घटना के बाद तमिलनाडु सरकार से उत्पादन इकाई की जांच रिपोर्ट मांगी थी। आज सुबह आई रिपोर्ट में फैक्ट्री की गंभीर लापरवाही और उत्पादन प्रक्रिया में खामियां सामने आई हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि दवा की गुणवत्ता जांच में आवश्यक मानकों का पालन नहीं किया गया था। इसी आधार पर मध्यप्रदेश सरकार ने यह कड़ा कदम उठाया है।
जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार ने दवा कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही, केंद्र सरकार के ड्रग्स कंट्रोल विभाग को भी इस मामले की विस्तृत जांच के लिए पत्र लिखा गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
लोगों से अपील और आगे की कार्यवाही
सरकार ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति इस सिरप या इससे संबंधित उत्पाद का इस्तेमाल न करे। मेडिकल स्टोर्स को भी आदेश दिया गया है कि वे तत्काल Coldrif सिरप की स्टॉक सूची स्वास्थ्य विभाग को सौंपें। जांच दल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नमूने लेकर लैब परीक्षण कर रहा है। छिंदवाड़ा की यह घटना न सिर्फ राज्य बल्कि पूरे देश के लिए चेतावनी है कि दवा निर्माण और वितरण प्रणाली में लापरवाही कितनी जानलेवा साबित हो सकती है। प्रदेश सरकार ने कहा है कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इस तरह की घटनाओं पर “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई जाएगी, ताकि भविष्य में कोई परिवार ऐसी त्रासदी का शिकार न बने।