UPI यूज़ कर रहे हैं? ये नया फेक ऐप आपको भी बना सकता है शिकार! जानिए पूरा मामला
आज के समय में UPI पेमेंट हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे सब्ज़ी वाला हो या ऑनलाइन शॉपिंग, हर जगह एक क्लिक में भुगतान हो जाता है। लेकिन जहां सुविधा होती है, वहीं खतरे भी बढ़ जाते हैं। ऐसा ही एक नया खतरा सामने आया है – एक फेक UPI ऐप, जो दिखने में असली जैसा लगता है, लेकिन अंदर से पूरी तरह फर्जी होता है।
बरेली पुलिस ने किया खुलासा
इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ बरेली पुलिस ने किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर बताया कि कैसे जालसाज़ों ने असली PhonePe ऐप की हूबहू नकल तैयार की है। इस नकली ऐप का इस्तेमाल वे दुकानदारों या सर्विस प्रोवाइडर्स को पेमेंट का फर्जी सबूत दिखाने के लिए कर रहे हैं।
कैसे होता है फ्रॉड?
फ्रॉड का तरीका बड़ा ही चालाकी से रचा गया है। ग्राहक दुकानदार से सामान लेकर दिखावे के तौर पर मोबाइल निकालता है, और नकली ऐप पर फर्जी ट्रांज़ैक्शन स्क्रीन दिखाता है — ऐसा लगता है जैसे UPI पेमेंट हो गया हो। दुकानदार को यकीन हो जाता है क्योंकि इंटरफेस और साउंड तक हूबहू असली ऐप जैसा होता है। लेकिन हकीकत में उनके खाते में एक रुपये भी नहीं आता।
कैसे बचें इस फेक ऐप से?
- हमेशा UPI पेमेंट का कन्फर्मेशन खुद अपने ऐप पर चेक करें, चाहे वो Google Pay, PhonePe या Paytm हो।
- ग्राहक की दिखाई गई स्क्रीन पर भरोसा ना करें — खुद के बैंक नोटिफिकेशन या ऐप से पुष्टि करें।
- UPI ID और ट्रांज़ैक्शन ID को ज़रूर वेरीफाई करें।
- अगर कोई संदिग्ध व्यवहार दिखे, तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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पुलिस ने दी चेतावनी
पुलिस ने आम जनता और दुकानदारों से अपील की है कि वे किसी भी UPI पेमेंट की पुष्टि अपने बैंक ऐप या SMS अलर्ट से ही करें। ग्राहक द्वारा दिखाई गई ट्रांजैक्शन स्क्रीन पर भरोसा न करें, क्योंकि अब टेक्नोलॉजी की मदद से फर्जी ऐप्स बनाना बेहद आसान हो गया है।
“ये फ्रॉड बहुत ही चालाकी से किया जा रहा है। नकली ऐप की डिज़ाइन और फीचर्स इतने असली लगते हैं कि किसी को भी धोखा हो सकता है,” पुलिस अधिकारी ने कहा।
कैसे करें पहचान और बचाव?
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हर पेमेंट की पुष्टि अपने UPI ऐप या बैंक SMS से करें।
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नकली स्क्रीन या QR कोड के झांसे में न आएं।
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ट्रांजैक्शन ID को ऐप में जाकर मैच करें।
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किसी भी संदेहजनक व्यवहार की तुरंत सूचना नज़दीकी पुलिस स्टेशन को दें।
बढ़ती डिजिटल फ्रॉड की घटनाएं
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब देशभर में डिजिटल ट्रांजैक्शन्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि यह एक बहुत ही सुविधाजनक माध्यम है, लेकिन सावधानी ही सुरक्षा है।
बरेली पुलिस द्वारा जारी किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस नई तरह की धोखाधड़ी से सतर्क हो रहे हैं।
थोड़ा सतर्क रहे !
यह वीडियो हम सबके लिए एक चेतावनी है कि तकनीक का इस्तेमाल जितना आसान हो गया है, उसी रफ्तार से साइबर फ्रॉड भी तेज़ी से बढ़ रहा है। UPI एक शानदार सुविधा है, लेकिन इसका सही और सतर्क इस्तेमाल ही हमें सुरक्षित रख सकता है।
देश में डिजिटल पेमेंट जितनी तेज़ी से बढ़ रहा है, उतनी ही तेज़ी से इसके साथ जुड़े खतरे भी सामने आ रहे हैं। ज़रूरत है जागरूक रहने की और तकनीक का समझदारी से इस्तेमाल करने की।
सतर्क रहें सुरक्षित रहें !