नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण कार धमाके के बाद एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक उनके आवास पर हुई और इसमें आईबी, एनआईए, एनएसजी समेत अन्य उच्च सुरक्षा और जांच एजेंसियों के प्रमुख मौजूद थे। मंडल की बैठक करीब डेढ़ घंटे चली, जहां धमाके के कारणों, संदिग्धों की गिरफ्तारी, आतंकी मॉड्यूल और आगे की कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा हुई। अमित शाह ने सभी जांच एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे इस आतंकवादी हमले की गहन और तेजी से जांच करें।
धमाके की जांच में फॉरेंसिक टीमों और सुरक्षाकर्मियों को तुरंत सक्रिय किया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा की दृष्टि से राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट जारी किया गया और संदिग्धों की पहचान के लिए व्यापक तलाशी एवं छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।अमित शाह ने घटना स्थल और अस्पताल जाकर मृतकों के परिवारों और घायल लोगों से बातचीत की, जिससे उनकी स्थिति का जायजा लिया गया।बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जाएगी और जनता को जल्द ही परिणाम बताए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें इस तरह की गंभीर घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहना होगा और सुरक्षा एजेंसियों को सशक्त बनाना होगा।
यह भी पढ़ें:धर्मेंद्र को लेकर सोशल मीडिया पर मचा हंगामा, परिवार ने बताया क्या है सच्चाई
दिल्ली पुलिस, आईबी, एनआईए और एनएसजी को विशेष आदेश जारी किए गए हैं कि वे आतंकी सक्रियताओं पर कड़ी निगरानी रखें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध करें।इस बैठक में खास बात यह रही कि सुरक्षात्मक उपायों के साथ-साथ आतंकी मॉड्यूलों के नेटवर्क को भी भेदने के प्रयास तेज किए गए। गृह मंत्री की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक भी डिजिटल माध्यम से शामिल हुए और आतंकवादी गिरोह की पहचान व निपटान के लिए सामरिक खेल पथ पर विस्तार से चर्चा हुई।
गृह मंत्री अमित शाह ने आत्मनिर्भर और राष्ट्रीय सुरक्षा के मजबूत स्तम्भ बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।इस उच्च स्तरीय बैठक की परिणति के रूप में यह संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार दिल्ली धमाके के मुद्दे को बेहद गंभीरता से ले रही है और जल्द से जल्द इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगी। सुरक्षा एजेंसियों को सभी तरह की मदद दिए जाने का आश्वासन भी गृह मंत्री ने दिया।
छह शवों की पहचान, तीन की डीएनए जांच जारी
धमाके में मारे गए दस लोगों में से छह की पहचान हो चुकी है, जबकि तीन शवों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जाएगी। घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में जारी है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, कुछ घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
UAPA के तहत मामला दर्ज
शुरुआत में पुलिस ने मामला विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज किया था, लेकिन जांच में आतंक की संभावना बढ़ने के बाद अब गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम – UAPA की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। फिलहाल एनएसजी, एनआईए, एफएसएल और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम जांच में जुटी है। अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली समेत देशभर में सुरक्षा सख्त
धमाके के बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली, यूपी, हरियाणा, मुंबई और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। रेलवे स्टेशन, मेट्रो, बस अड्डों और धार्मिक स्थलों पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। बता दें कि, लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ यह विस्फोट न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश के लिए गंभीर सुरक्षा चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। गृह मंत्रालय ने सभी एजेंसियों को निर्देश दिया है कि किसी भी संभावित आतंकी साजिश को रोकने के लिए समन्वय के साथ काम करें।