मसूरी: मसूरी जा रही एक बस का गुरुवार रात बड़ा हादसा हो गया। यह बस दिल्ली से 27 सवारियों को लेकर मसूरी की तरफ जा रही थी। रास्ते में अचानक बस की कमानी (बस के सस्पेंशन का हिस्सा) टूट गई, जिससे बस संतुलन खो बैठी और सड़क पर पलट गई। हादसे के वक्त सभी यात्री बस के अंदर ही थे।यह घटना मसूरी के पास हुई, जहां पहाड़ी रास्ते संकरे और घुमावदार होते हैं। जैसे ही बस का कमानी टूटा, ड्राइवर ने बस को संभालने की कोशिश की, लेकिन बस पलट गई। हादसे के बाद आसपास के लोग और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचे। राहत कार्य तुरंत शुरू किया गया और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मिली जानकारी के मुताबिक, गनीमत रही कि हादसा ज्यादा गंभीर नहीं हुआ और सभी यात्रियों की जान बच गई। कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं, जिनका इलाज चल रहा है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और बस की तकनीकी खराबी की वजह जानने की कोशिश की जा रही है।इस घटना से साफ है कि पहाड़ी इलाकों में यात्रा करते वक्त बसों की तकनीकी जांच और सुरक्षा पर खास ध्यान देने की ज़रूरत है, ताकि ऐसे हादसे टाले जा सकें।
बताया गया कि यह बस दिल्ली के कश्मीरी गेट से गुरुवार रात 11 बजे चली थी और शुक्रवार सुबह मसूरी पहुंचने ही वाली थी कि पानी वाला बेंड पर हादसे का शिकार हो गई. हादसे के वक्त बस को 25 वर्षीय चालक जसवंत चला रहा था. पुलिस ने चालक से पूछताछ कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है. इस घटना ने एक बार फिर पर्यटन वाहनों की फिटनेस और मेंटेनेंस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के बीच इस तरह के हादसे प्रशासन और परिवहन विभाग की सतर्कता पर भी सवालिया निशान लगाते हैं. अगर बस की रफ्तार तेज होती या बस खाई की ओर पलट जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि पर्यटन सीजन में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाए और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. बसों की फिटनेस की कड़ी जांच हो और खस्ताहाल वाहनों को यात्रा की अनुमति न दी जाए. वहीं, पुलिस और परिवहन विभाग ने भी हादसे के बाद मसूरी मार्ग पर यातायात नियमों के पालन और वाहनों की जांच को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है. प्रशासन का कहना है कि दोषी पाए जाने पर बस मालिक और चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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