अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा हल्द्वानी मार्ग पर क्वारब की पहाड़ी दरकने की वजह से एक बार फिर से यह मार्ग ठप पड़ गया है जिसके चलते यात्रियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं बल्कि वर्तमान स्थिति में सड़क बंद होने से यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड रहा है हालांकि प्रशासन द्वारा मलवा हटाने का कार्य चालू है लेकिन फिर भी पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है। लंबे समय से बार बार अवरुद्ध हो रहे हल्द्वानी अल्मोड़ा क्वारब हाईवे को 25 नवंबर तक रात में 9 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा हल्द्वानी मार्ग पर क्वारब की पहाड़ी लगातार लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। जिसके चलते बीते शनिवार की दोपहर करीब 12:00 बजे क्वारब की पहाड़ी से लगातार मलवा गिरने के बाद वाहनों की आवाजाही बाधित रही बताया जा रहा है कि पहाड़ी से रुक रुक कर पत्थर गिर रहे हैं जो लोगों के लिए नई परेशानियां खड़ी कर रहे है । पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण देर शाम तक वाहनों को रोकना पड़ा जिसके चलते वाहनों को कई घंटे तक इंतजार करने के बाद अन्य मार्गो से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इससे पहले भी कई बार यह पहाड़ी लोगों के लिए परेशानियां खड़ी कर चुकी है जिसकी वजह से प्रशासन ने रात के समय वाहनों की आवाजाही पर पहले भी प्रतिबंध लगाया था।
लंबे रूट से जाने के कारण यात्रियों को करना पड़ा अधिक पैसों का भुगतान
अल्मोड़ा हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद होने के कारण दूसरे दिन केमु रोडवेज की बसों और टैक्सियों का संचालन शहरफाट और रानीखेत होते हुए किया गया। जिससे यात्रियों को 50 किलोमीटर का अतिरिक्त लंबा फेरा पड़ा। जहां रोडवेज की बस में दिल्ली का किराया 655 रुपए है वही बसों को घूमा कर ले जाने से यात्रियों को 755 रुपए का भुगतान करना पड़ा। इतना ही नहीं बल्कि जो टैक्सी आम दिनों में ₹400 किराए की है उसे वैकल्पिक मार्ग से ले जाने के लिए यात्रियों से ₹600 किराए की मांग की गई।
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