हांगकांग: हांगकांग के ताई पो जिले में बुधवार को एक बड़े आवासीय कॉम्प्लेक्स में भीषण आग लग गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और करीब 700 लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्थायी शेल्टरों में भेजा गया। आग वांग फुक कोर्ट नामक आवासीय परिसर के कई इमारतों में फैल गई और घने धुएं के साथ आसमान में लपटें उठती देखी गईं.
आग का प्रकोप और बचाव अभियान
आग की शुरुआत दोपहर 2:51 बजे हुई और तेजी से बांस की सीढ़ियों और स्कैफोल्डिंग के जरिए कई ब्लॉकों में फैल गई. आग को नियंत्रित करने के लिए 128 फायर ट्रक, 57 एम्बुलेंस और 767 फायरफाइटर्स को तैनात किया गया। आग इतनी भयानक थी कि इसे हांगकांग के फायर डिपार्टमेंट ने नंबर 5 अलर्ट घोषित किया, जो यहां की सबसे बड़ी आग घोषित करने का उच्चतम स्तर है।
घटना के शिकार और चोटिल
मृतकों में 9 लोग घटनास्थल पर ही मृत पाए गए, जबकि 4 अस्पताल ले जाए जाने के बाद दम तोड़ दिए. इसमें एक फायरफाइटर भी शामिल है, जो बचाव कार्य के दौरान जान गंवा बैठा। कम से कम 15 लोग घायल हुए, जिनमें से 6 गंभीर हालत में हैं. आग के दौरान कई लोगों के फंसे होने की खबरें आईं, जिससे बचाव दलों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
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बचाव और सहायता उपाय
स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत अस्थायी शेल्टर जैसे क्वांग फुक कम्युनिटी हॉल, तुंग चेओंग स्ट्रीट कम्युनिटी हॉल, ताई पो कम्युनिटी सेंटर, फू शान कम्युनिटी हॉल और चाइनीज क्रिश्चियन चर्च के फंग लेंग किट मेमोरियल सेकेंडरी स्कूल में घर बनाया. हांगकांग रेड क्रॉस ने भी शेल्टरों में सामग्री और प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराईं. घटना के बाद अस्पतालों में हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन भी शुरू की गईं.
आग के कारण और जांच
आग का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन संदेह है कि बांस की सीढ़ियों और स्कैफोल्डिंग के जरिए आग तेजी से फैली। इमारतों के बाहरी दीवारों की मरम्मत चल रही थी, जिसके लिए स्कैफोल्डिंग लगाई गई थी. घटना के बाद अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और निर्माण सुरक्षा नियमों की समीक्षा की जा रही है.यह घटना हांगकांग में 1997 के बाद सबसे बड़ी आग है और इसने न केवल लोगों के जीवन को बर्बाद किया है बल्कि शहर की आवासीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
