भवाली: उत्तराखंड की देवभूमि नैनीताल में स्थित ऐतिहासिक कैंची धाम मंगलवार को एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बना, जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां बाबा नीब करौली महाराज की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा न केवल मंदिर प्रशासन, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय रहा।
सुबह के शुभ समय में राष्ट्रपति मंदिर परिसर पहुंचीं। मंदिर प्रशासन और स्थानीय श्रद्धालुओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। सुरक्षा व्यवस्था के बीच राष्ट्रपति ने मंदिर के अंदरूनी हिस्से में प्रवेश किया और करीब आधे घंटे तक वहां रहीं। उन्होंने बाबा नीब करौरी महाराज के सामने नमन कर पूजा की और फिर गहन ध्यान में बैठीं। राष्ट्रपति के ध्यान और पूजन को देखकर मंदिर परिसर और वहां उपस्थित भक्तों के मन में आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव हुआ।
राष्ट्रपति ने पूजा के बाद मंदिर के अन्य हिस्सों का भी भ्रमण किया। मुख्य पुजारियों द्वारा उन्हें कैंची धाम के इतिहास और बाबा नीब करौरी महाराज की आध्यात्मिक यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बाबा नीब करौरी महाराज का कैंची धाम न केवल भारत, बल्कि विदेशों में भी आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत माना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आकर आशीर्वाद लेते हैं।
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इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक मूल्यों की सराहना भी की। उन्होंने मंदिर प्रशासन व स्थानीय समाज की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड की धार्मिक स्थल देश की एकता और आध्यात्मिकता को मजबूत करते हैं। राष्ट्रपति के दौरे के कारण मंदिर क्षेत्र में उत्साह और चहल-पहल देखने को मिली। आसपास के गांवों के लोग भी राष्ट्रपति की एक झलक पाने के लिए मंदिर परिसर पहुंचे। कैंची धाम में राष्ट्रपति का यह दौरा प्रदेश विकास, धार्मिक पर्यटन और महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू की उपस्थिति ने प्रदेशवासियों को गर्व और उम्मीद से भर दिया है कि देश के शीर्ष नेतृत्व का ध्यान अब उत्तराखंड की ओर भी बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति के पूजन का यह कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सादगी से सम्पन्न हुआ। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे, जिससे राष्ट्रपति और अन्य आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। कार्यक्रम समाप्ति के बाद राष्ट्रपति ने मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षा का संदेश दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कैंची धाम दौरे ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि उत्तराखंड आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से देश का सिरमौर है। बाबा नीब करौरी महाराज की कृपा से प्रदेशवासियों को नई ऊर्जा मिली है और मंदिर की महिमा देश-दुनिया में और अधिक फैल रही है। राष्ट्रपति के इस पूजन और साधना ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि समूचे भारत के नागरिकों को आध्यात्मिक प्रेरणा दी है, जिससे देश में शांति, एकता और समरसता का संदेश जाता है।
