नैनीताल: नैनीताल नगर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। नगर के ही एक स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा नौ की किशोरी के मां बनने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस गंभीर प्रकरण में त्वरित कार्रवाई करते हुए पॉक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है।
घटना का खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब किशोरी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई और परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने बताया कि किशोरी गर्भवती है और उसने बच्चे को जन्म दिया है। इस खबर से परिवार और स्थानीय समुदाय में हड़कंप मच गया। पुलिस को सूचना मिलते ही उन्होंने जांच शुरू कर दी। शुरुआती पूछताछ में किशोरी ने बताया कि उसकी जान-पहचान नगर के ही एक युवक से थी, जिसने उसे झांसा देकर गलत संबंध बनाए थे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल पुलिस ने बिना देर किए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ पॉक्सो अधिनियम और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह जानने में जुटी है कि मामले में कहीं और कोई व्यक्ति या सहयोगी तो शामिल नहीं था। अधिकारी ने कहा कि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि समाज में भय का माहौल बने और इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
सामाजिक चिंता और प्रतिक्रिया
इस घटना के सामने आने के बाद समाज में आक्रोश व्याप्त है। कई सामाजिक संगठनों ने किशोरी को न्याय दिलाने और आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की है। लोगों का कहना है कि बढ़ती सोशल मीडिया स्वतंत्रता और निगरानी की कमी के कारण किशोर अवस्थाओं में इस तरह के प्रकरण बढ़ते जा रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे मामलों से बचाव के लिए माता-पिता को बच्चों पर अधिक ध्यान देने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने की ज़रूरत है।
स्कूल प्रशासन की भूमिका पर सवाल
इस बीच, स्कूल प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। किशोरी के गर्भवती होने का पता देर से चलने के कारण यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि स्कूल में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य निगरानी की व्यवस्था कितनी कारगर है। शिक्षा विभाग ने भी इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने बच्चे और मां दोनों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा है। किशोरी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा। इस घटना ने नैनीताल जैसे शांत इलाके में सामाजिक और नैतिक मूल्यों पर बड़ी चोट पहुंचाई है। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था का मुद्दा है, बल्कि आधुनिक समाज में बच्चों की शिक्षा, संस्कार और सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।