मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को एक बड़ा हवाई हादसा टल गया। दोपहर में स्पाइसजेट की एक फ्लाइट के उड़ान भरने के तुरंत बाद गंभीर तकनीकी खराबी सामने आई। विमान का एक बाहरी पहिया उड़ान के दौरान ही गायब हो गया, जिसकी जानकारी जैसे ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल को मिली, हवाई अड्डे पर पूर्ण आपातकाल (फुल इमरजेंसी) घोषित कर दिया गया। इसके चलते शाम पांच बजे तक सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं और एयरपोर्ट पर भारी एहतियात बरता गया।
रनवे पर मिला विमान का पहिया
मिली जानकारी के अनुसार, जब यह स्पाइसजेट विमान मुंबई से रवाना हुआ तो कुछ मिनटों बाद रनवे पर एक विमान का पहिया पड़ा मिला। तुरंत ही इसकी सूचना एयरपोर्ट अधिकारियों को दी गई। जांच से पता चला कि यह पहिया उसी विमान का था जिसने अभी-अभी उड़ान भरी थी। जानकारी मिलते ही कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया और टेकऑफ व लैंडिंग सभी उड़ानों को रोक दिया गया।
सुरक्षित रही यात्रियों की जान
ऐसी भयावह परिस्थिति में सबसे बड़ी चिंता विमान में सवार यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा को लेकर थी। इस बीच विमान ने जोखिम भरी स्थिति के बावजूद अपनी यात्रा जारी रखी और मुंबई लौटकर सुरक्षित लैंडिंग की। जैसी ही विमान रनवे पर सुरक्षित उतरा, यात्रियों ने राहत की सांस ली। स्पाइसजेट प्रबंधन ने घटना के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए बयान जारी किया। कंपनी ने कहा,उड़ान भरने के बाद विमान का बाहरी पहिया रनवे पर पड़ा मिला, लेकिन विमान और क्रू की दक्षता की वजह से विमान ने सफलतापूर्वक यात्रा पूरी की और सुरक्षित लैंडिंग की।
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एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़
इस आपात स्थिति का सीधा असर मुंबई एयरपोर्ट पर दिखाई दिया। शाम पांच बजे तक सभी उड़ानों को रद्द करने के चलते हजारों यात्री फंसे रहे। टिकट काउंटर्स से लेकर वेटिंग लाउंज तक लोगों की भारी भीड़ लग गई। यात्रियों में अफरा-तफरी और गुस्सा देखने को मिला। वे अपने गंतव्य तक देर से पहुंचने पर नाराज नजर आए। एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों को वैकल्पिक फ्लाइट्स या रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दी।
हादसा टलने के बाद जांच की तैयारी
एविएशन से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना बहुत गंभीर है और बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। टेकऑफ के बाद किसी विमान का पहिया निकल जाना एक बड़ी तकनीकी खामी को दर्शाता है। इस मामले में अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) जांच करेगा। साथ ही विमान के मेंटिनेंस से जुड़े पहलुओं की भी बारीकी से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्पाइसजेट पहले भी विवादों में
गौरतलब है कि स्पाइसजेट एयरलाइंस पहले भी तकनीकी खराबी और उड़ान संचालन से जुड़ी समस्याओं के चलते सुर्खियों में आ चुकी है। पिछले कुछ वर्षों में इस पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। हालांकि इस बार कंपनी ने तेजी से प्रतिक्रिया देते हुए घटना की जानकारी सार्वजनिक की और यात्रियों की सुरक्षा पर जोर दिया।