देहरादून: प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। पिछले कुछ दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है और मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। सोमवार को मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की ओर से बताया गया कि आज देहरादून समेत पौड़ी, नैनीताल और बागेश्वर जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।
पहाड़ी जिलों पर असर
देहरादून, नैनीताल, पौड़ी और बागेश्वर विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक पहुँचते हैं। लेकिन बरसात के मौसम में पर्वतीय रास्ते न केवल फिसलन भरे हो जाते हैं बल्कि भूस्खलन का भी खतरा रहता है। नैनीताल जिले में तो बरसात के दिनों में कई बार सड़कें लंबे समय तक बंद हो जाती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं बागेश्वर और पौड़ी जैसे जिलों में कच्ची सड़कों और ग्रामीण संपर्क मार्गों पर यातायात लगभग ठप हो जाता है।
इस समय चल रही भारी बारिश से खेती-किसानो पर भी असर पड़ सकता है। धान की फसल के लिए बारिश लाभकारी तो है, लेकिन अत्यधिक पानी खेतों में भर जाने से नुकसान भी पहुँचा सकता है। ग्रामीण इलाकों में नालों के उफान से कच्चे घरों को खतरा रहता है।
बारिश से राहत भी, चिंता भी
तेज बारिश जहां पहाड़ों के लोगों के लिए मुश्किलें लेकर आती है, वहीं यह प्राकृतिक जल स्रोतों को भी पुनर्जीवित करती है। कई पहाड़ी इलाकों में गर्मियों के दौरान पेयजल की भारी कमी हो जाती है। सितंबर तक अच्छी बारिश होने से ये स्रोत भर जाते हैं और आगामी महीनों में लोगों की जल आपूर्ति सुचारू रहती है।
प्रदेश के टिहरी और उत्तरकाशी जैसे जिलों में बड़ी जल विद्युत परियोजनाएँ भी चल रही हैं। इन परियोजनाओं को पानी की जरूरत होती है। लेकिन लगातार तेज बारिश होने पर यहां जल स्तर खतरनाक सीमा तक पहुँच सकता है, जिससे बांध सुरक्षा पर भी चुनौती खड़ी हो जाती है।
आगामी दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 13 सितंबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम और भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इसका मतलब है कि अगले कुछ दिनों तक लोगों को मौसम को लेकर सतर्क रहना होगा। पर्यटकों को भी अनावश्यक यात्रा से बचने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।