World No Tobacco Day 2025: एक वैश्विक चेतावनी
हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) मनाया जाता है ताकि तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके और आने वाली पीढ़ियों को इससे सुरक्षित रखा जा सके।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में 13 से 15 वर्ष की उम्र के करीब 3.7 करोड़ बच्चे तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं, जो एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट को दर्शाता है। इस बढ़ते खतरे के जवाब में, WHO हर साल इस दिन को तंबाकू के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके उपयोग को रोकने के लिए मजबूत वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाता है।
इस दिन का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना ही नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के संघर्ष को भी उजागर करता है जो तंबाकू छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। तंबाकू छोड़ने की कोशिश में लालसा (क्रेविंग) और चिड़चिड़ापन जैसे सामान्य लक्षण इस प्रक्रिया को कठिन बना सकते हैं।
हालांकि, आपकी रसोई की अलमारी और रेफ्रिजरेटर में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो धूम्रपान की लालसा को कम कर सकते हैं और यहां तक कि तंबाकू से होने वाले कुछ नुकसान को ठीक करने में भी मदद कर सकते हैं। आइए इनके बारे में भी जानते हैं।
World No Tobacco Day 2025 की तिथि और थीम क्या है?
विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) हर साल 31 मई को मनाया जाता है। WHO के अनुसार, इस वर्ष (2025) के लिए इस दिवस की थीम है: “Bright products. Dark intentions. Unmasking the Appeal” (आकर्षक उत्पाद, गहरे इरादे, आकर्षण को बेनकाब करना।.)
इस थीम का मकसद है:” उन आकर्षण को बेनकाब करना जो तंबाकू और निकोटीन उद्योग हर दिन नए पीढ़ी को लुभाने और मौजूदा उपभोक्ताओं को फंसाने के लिए आकर्षक फ्लेवर, झूठे प्रचार और चालाकी से डिजाइन किए गए उत्पादों का उपयोग करते हैं।” (WHO theme के बारे में और अधिक पढ़ें )
WHO ने इस साल खासतौर पर बच्चों और युवाओं को निशाना बनाए जाने की साजिश को उजागर करने का बीड़ा उठाया है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास और महत्व
विश्व तंबाकू निषेध दिवस की स्थापना WHO द्वारा 1987 में की गई थी। इस दिन का उद्देश्य ऐसी नीतियों के लिए अभियान चलाना है जो तंबाकू के उपयोग को सीमित करें और तंबाकू के उपयोग के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाएं। इसका पहला आधिकारिक अवलोकन 1988 में हुआ था।
महत्व:-
यह दिन जन स्वास्थ्य के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करता है। विश्व स्तर पर 80 लाख से अधिक मौतें तंबाकू धूम्रपान के कारण होती हैं, जिससे यह मृत्यु के रोके जा सकने वाले मुख्य कारणों में से एक बन जाता है।
यह दिन सरकारों, संगठनों और लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने और भविष्य की पीढ़ियों को तंबाकू के स्वास्थ्य, आर्थिक और पर्यावरणीय नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए प्रेरित करता है।
WHO हर साल तंबाकू से संबंधित विशेष समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के लिए एक थीम चुनता है। इन थीमों में तंबाकू वृद्धि, युवाओं पर प्रभाव, और तंबाकू अपशिष्ट और खेती से पर्यावरण को होने वाले नुकसान जैसे विषय शामिल हैं।
Tobacco का इतिहास
तंबाकू का प्रयोग सैकड़ों वर्षों से होता आया है। भारत में यह बीड़ी, गुटखा, पान मसाला, और सिगरेट जैसे रूपों में आम है। आधुनिक समय में ई-सिगरेट और निकोटीन पाउच जैसे उत्पाद भी युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए उतने ही खतरनाक हैं।
World Tobacco Day 2025: तंबाकू सेवन के खतरे और भारत में स्थिति
- स्वास्थ्य पर प्रभाव: तंबाकू सेवन से फेफड़े का कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, श्वसन तंत्र की बीमारियाँ, और प्रजनन से जुड़ी समस्याएं होती हैं।
- मनोवैज्ञानिक असर: चिड़चिड़ापन, अवसाद और बेचैनी का कारण बनता है।
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर प्रभाव: समय से पहले जन्म, कम वज़न के शिशु और शिशु मृत्यु दर बढ़ जाती है।
भारत में तंबाकू की स्थिति
भारत में तंबाकू उत्पादों का उपयोग वैश्विक औसत से अधिक है। ग्रामीण इलाकों में गुटखा और बीड़ी का प्रयोग आम है जबकि शहरी क्षेत्रों में सिगरेट और ई-सिगरेट का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
NFHS (National Family Health Survey) के अनुसार, पुरुषों में तंबाकू सेवन की दर 40% से अधिक है। महिला उपभोक्ताओं की संख्या भी चिंताजनक है।
Tobacco Day 2025: कम्पनियो की चालाकियाँ और WHO की चेतावनी
तंबाकू और निकोटीन उद्योग अपने हानिकारक उत्पादों को आकर्षक बनाने के लिए कपटपूर्ण रणनीतियों का उपयोग करते हैं, खासकर युवाओं को लक्षित करते हुए।
- चिंता के आंकड़े:
- 3.7 करोड़ बच्चे (13–15 वर्ष) दुनिया भर में तंबाकू उपयोगकर्ता।
- कई देशों में युवाओं में ई-सिगरेट का प्रयोग वयस्कों से अधिक।
- 3.4 अरब बार सोशल मीडिया पर प्रचारित कंटेंट देखा गया।
- 16,000 से अधिक फ्लेवर बाजार में उपलब्ध हैं।
- फ्लेवर, युवाओं को तंबाकू सेवन शुरू करने का प्रमुख कारण हैं।
2. WHO का संदेश:
“तंबाकू उद्योग के छल और भ्रम को खत्म करें। आकर्षक फ्लेवर, प्रचार और डिजाइन युवाओं को भ्रमित करते हैं। इन उत्पादों की लत से बचाने के लिए सख्त कानून ज़रूरी हैं।”
3 . कम्पनियो की चालाकियाँ:
- आकर्षक फ्लेवर (स्वाद), लेकिन छिपे हुए खतरे: तंबाकू और निकोटीन उत्पादों में लगभग 16,000 अद्वितीय फ्लेवर पाए जाते हैं। अक्सर फ्लेवर को निकोटीन और तंबाकू उत्पादों के उपयोग की शुरुआत का नंबर एक कारण बताया जाता है। ये फ्लेवर तंबाकू की कड़वाहट को छिपाते हैं, जिससे इसे शुरू करना आसान और छोड़ना कठिन हो जाता है।
- भ्रामक उत्पाद डिजाइन: जोड़ तोड़ वाले उत्पाद डिजाइन, आकर्षक फ्लेवर और ग्लैमरस मार्केटिंग सुरक्षा की झूठी भावना पैदा करते हैं और चाहत पैदा करते हैं।
- सोशल मीडिया मार्केटिंग: ई-सिगरेट, निकोटीन पाउच और गर्म तंबाकू उत्पादों को बढ़ावा देने वाली मार्केटिंग सामग्री (ads) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 3.4 अरब से अधिक बार देखा गया है। उद्योग प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ साझेदारी करके और आधुनिक दिखने वाले गैजेट्स के ज़रिए ई-सिगरेट के उपयोग को ग्लैमरस और आधुनिक बनाते हैं।
निकोटिन और तंबाकू उत्पाद अत्यधिक व्यसनी होते हैं और उपयोग को बनाए रखने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं, जिससे उपयोगकर्ता निर्भरता के चक्र में फंस जाते हैं। फ्लेवर तंबाकू की कड़वाहट को छिपाते हैं, जिससे इसे शुरू करना आसान और छोड़ना कठिन हो जाता है।
इन उत्पादों के आकर्षण को सख्त नियमों के माध्यम से हटाना वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक है। हमें तंबाकू और निकोटीन उद्योगों को उनके खेल से लोगों को धोखा देने नहीं देना चाहिए।
सरकार और कानून: रोकथाम के प्रयास
तंबाकू नियंत्रण के लिए भारत सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
- COTPA अधिनियम 2003: सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध।
- स्कूलों के 100 गज के दायरे में तंबाकू की बिक्री प्रतिबंधित।
- तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी चित्र अनिवार्य।
- ई-सिगरेट पर प्रतिबंध।
समाधान:आप कैसे मदद कर सकते हैं:
WHO तंबाकू और निकोटीन उत्पादों के आकर्षण को कम करने और लोगों को इन हानिकारक पदार्थों से बचाने के लिए कई उपायों का सुझाव देता है:
- फ्लेवर पर प्रतिबंध लगाएं: फ्लेवर को अतीत की बात बनाएं।
- उत्पाद डिजाइन को विनियमित करें: कम आकर्षक। कम व्यसनी। कम विषैला। कम नुकसान।
- सादी पैकेजिंग: जो कम अपील करें, जीवन बचाएं।
- विज्ञापन, प्रचार और प्रायोजन पर प्रतिबंध लगाएं: नज़र से दूर, मन से दूर।
- तंबाकू और निकोटीन-मुक्त सार्वजनिक स्थान: स्वच्छ हवा सबका अधिकार है। लोगों की रक्षा करें।
- छोड़ने में सहायता का समर्थन करें: निकोटीन की लत के चक्र को तोड़ें।
- करों में वृद्धि करें: कम किफायती। कम सुलभ।
Tobacco छोड़ने के 5 आसान तरीके:
- हल्दी और अदरक: सदियों से अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं, अदरक और हल्दी प्राकृतिक सूजन-रोधी (anti-inflammatory) हैं। वे धूम्रपान से होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं और लीवर को शरीर से निकोटीन को तेजी से बाहर निकालने में सहायता करते हैं।
- नट्स और बीज: सूरजमुखी के बीज, अखरोट और बादाम तनाव और धूम्रपान की लालसा को कम करने में उपयोगी होते हैं। इनमें मैग्नीशियम, जो निकासी के दौरान तंत्रिका तंत्र को शांत करने के लिए आवश्यक है, और अच्छे वसा भरपूर मात्रा में होते हैं।
- पानी और हर्बल चाय: हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी और हर्बल चाय पीना महत्वपूर्ण है। अदरक, पुदीना और कैमोमाइल जैसी हर्बल चाय शरीर को शांत करती हैं और बेचैनी को कम करती हैं। हर्बल चाय चिंता और चिड़चिड़ापन को कम करती हैं, जबकि पानी विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है।
- खट्टे फल: संतरे, नींबू और अंगूर जैसे खट्टे फलों का तीखा स्वाद सिगरेट के स्वाद को कम आकर्षक बना सकता है। धूम्रपान करने वालों में अक्सर विटामिन सी का स्तर कम होता है। इसे बहाल करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और उपचार में तेजी आती है।
- मुलेठी की जड़ (Liquorice root): मुलेठी की जड़ को चबाने से हाथ से मुंह की आदत की नकल हो सकती है जिसे कई धूम्रपान करने वालों को तोड़ना मुश्किल लगता है, सिगरेट का एक हानिरहित विकल्प प्रदान करता है। इसका गले पर स्वाभाविक रूप से शांत प्रभाव भी होता है। विशेषज्ञ अतिरिक्त मिठास से बचने के लिए चीनी वाले संस्करणों के बजाय कच्ची मुलेठी की जड़ चुनने की सलाह देते हैं।
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युवाओं की भूमिका: बदलाव की नींव
युवाओं को चाहिए कि वे इस छलावे को समझें और इसका विरोध करें। स्कूल, कॉलेज और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष: अब निर्णय आपका है!
तंबाकू से न सिर्फ आपकी ज़िन्दगी बल्कि आने वाली पीढ़ियाँ भी प्रभावित होती हैं।
31 मई को केवल एक दिन नहीं, एक वादा बनाइए — “तंबाकू नहीं, जीवन हाँ!”