अल्मोड़ा: जिले के द्वाराहाट वन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रामपुर जमड़िया इलाके में गुरुवार सुबह एक गंभीर वन्यजीव हमला सामने आया। घास लेने जंगल गई दो महिलाओं पर भालू ने अचानक हमला कर दिया, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई है, जबकि वन विभाग की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।घटना गुरुवार सुबह की बताई जा रही है, जब ग्राम चौकोड़ी रामपुर की चम्पा देवी (पत्नी मुकेश गिरी) और ग्राम जमड़िया रामपुर की गीता देवी (पत्नी मोहन सिंह) रोज़ की तरह जंगल में घास लेने पहुंची थीं। इसी दौरान झाड़ियों के बीच छिपे भालू ने अचानक हमला कर दिया।
दोनों महिलाएं चीखने लगीं, जिसके बाद आसपास मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें किसी तरह बचाकर सुरक्षित स्थान पर ले आए।सूचना मिलते ही द्वाराहाट वन क्षेत्राधिकारी ने टीम सहित मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया। इसके साथ ही अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) और उप प्रभागीय वनाधिकारी (SDO) रानीखेत–अल्मोड़ा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली। वन अधिकारियों ने दोनों महिलाओं के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की और उनके परिवारजनों से मुलाकात कर घटना के संबंध में चर्चा की।वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि घायल महिलाओं को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया है।
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प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। विभाग की टीम ने मौके पर निरीक्षण के बाद आसपास के क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और ग्रामीणों को सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा कि भालू अक्सर सर्दियों में भोजन की तलाश में मानव बस्तियों के नज़दीक आ जाते हैं, इसलिए इस क्षेत्र में सतर्कता बरती जानी चाहिए।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में भालुओं की सक्रियता बढ़ी है। कई बार लोगों को खेतों और घास के मैदानों के आसपास उनके पदचिह्न मिले हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से वन्यजीवों की बढ़ती आवाजाही पर नियंत्रण और पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की मांग की है।
प्रभागीय वनाधिकारी ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे समूह में जंगल जाएं, अकेले जंगल न जाएं और बच्चों या बुजुर्गों को जंगल की ओर न भेजें। इस बीच विभाग ने क्षेत्र में कैमरा ट्रैप लगाने और निगरानी बढ़ाने की योजना बनाई है ताकि भालू की गतिविधि पर नज़र रखी जा सके।इस हमले की घटना ने एक बार फिर मानव–वन्यजीव संघर्ष के मुद्दे को उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि वनों में बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप और आवास क्षेत्र के विस्तार के कारण ऐसे टकराव के मामले हाल के वर्षों में बढ़े हैं। फिलहाल, दोनों घायल महिलाएं उपचाराधीन हैं, और वन विभाग पूरे मामले की जांच में जुटा हुआ है।
