देहरादून: उत्तराखंड के स्वास्थ्य ढांचे में जल्द ही एक नई ऊर्जा का संचार होने जा रहा है। राज्य के अस्पतालों में मरीजों को बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को 287 नए डॉक्टर मिलने वाले हैं। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड (UKMSSB) ने चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती प्रक्रिया की तैयारी पूरी कर ली है। इसके तहत इच्छुक अभ्यर्थी 20 नवंबर से 10 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।इस भर्ती प्रक्रिया से राज्य के सरकारी अस्पतालों में लंबे समय से महसूस की जा रही डॉक्टरों की कमी काफी हद तक दूर होने की उम्मीद है। विशेष रूप से पर्वतीय जिलों में जहां चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ता रहा है, वहां इन नियुक्तियों से राहत मिलने की संभावना है।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने भर्ती संबंधी विस्तृत अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे। उम्मीदवार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र भर सकेंगे। योग्य उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा।भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के लिए इस बार कई तकनीकी सुधार किए गए हैं। आवेदन शुल्क, योग्यता, उम्र सीमा और संबंधित विवरण सूचना विज्ञापन में उल्लेखित हैं। बोर्ड का लक्ष्य है कि नए वर्ष की शुरुआत तक चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाए ताकि डॉक्टरों की तैनाती शीघ्र हो सके।
चयन बोर्ड की ओर से जारी भर्ती विज्ञप्ति में चिकित्सा अधिकारियों के इन पदों में अनारक्षित श्रेणी के कुल 141, अनुसूचित जाति 70, अनुसूचित जनजाति 11, अन्य पिछड़ा वर्ग 38, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के तहत 27 पद शामिल हैं। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 20 नवंबर 2025 से शुरू होगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में बड़ा कदम
राज्य सरकार लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर जोर दे रही है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री दोनों ही बार-बार इस बात पर बल देते रहे हैं कि प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। कोविड काल के बाद से स्वास्थ्य क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों और जनरल फिजीशियनों की आवश्यकता अधिक महसूस की गई। ऐसे में इस भर्ती से सरकारी अस्पतालों की कार्यक्षमता बढ़ेगी।विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन डॉक्टरों की तैनाती नियोजित रूप से पर्वतीय और दूरस्थ क्षेत्रों में की गई, तो ग्रामीण जनता को शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी बेहतर होगा।
ग्रामीण जनता को सीधा लाभ
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नए डॉक्टरों की नियुक्ति से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHCs) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) के संचालन में सुधार आएगा। गांव-गांव तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके साथ ही, ई-हेल्थ सेवाओं और टेलीमेडिसिन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ाए जा रहे हैं।यह भर्ती न केवल राज्य के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगी बल्कि युवा चिकित्सकों को रोजगार का अवसर भी प्रदान करेगी। उम्मीद की जा रही है कि इन नियुक्तियों के बाद उत्तराखंड की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था नया आयाम हासिल करेगी।
