हल्द्वानी: ओखलकांडा के खनस्यूं थाने में एक युवक के साथ पुलिस की बर्बरता का मामला लगातार गहराता जा रहा है। ग्रामीणों ने रविवार को पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और आरोपी दरोगा और सिपाही की बर्खास्तगी की मांग की। ग्राम पंचायत टांडा निवासी मनमोहन शर्मा के साथ मारपीट का आरोप खनस्यूं थाने के दरोगा और एक सिपाही पर लगा है। आरोप है कि मनमोहन ने एक फेरीवाले से सत्यापन और आधार कार्ड के बारे में पूछा था, जिससे दरोगा बौखला गए और उन्होंने थाने में युवक को बेरहमी से पीटा।
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन हल्द्वानी का घेराव कर दिया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
एसपी क्राइम हरबंस सिंह ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आरोपी दरोगा को पहले ही लाइन हाजिर कर दिया गया है। कांग्रेस नेता हरीश पनेरू ने भी पीड़ित युवक और ग्रामीणों के साथ खनस्यूं थाने में धरना-प्रदर्शन किया और आरोपी दरोगा और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर निलंबित करने की मांग की। पनेरू ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन अपराधियों को संरक्षण दे रहा है और स्थानीय लोगों का उत्पीड़न कर रहा है। भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि ग्रामीणों के साथ बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने पर एसएसपी ने दोषी दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।
ग्रामीणों ने आरोपी दरोगा और सिपाही की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि पुलिस अधिकारियों का ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को लोगों की सेवा करनी चाहिए, उनका उत्पीड़न नहीं करना चाहिए।
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