नई दिल्ली: शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बच्चों के पास साल में दो बार बोर्ड 10वीं और 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा देने के विकल्प होंगे। उन्हें शैक्षणिक सत्र 2025-26 से ये विकल्प मिलेंगे। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित दिन दयाल उपाध्याय ऑडोटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुचे थे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के उद्देश्यों में से एक छात्रों पर शैक्षणिक तनाव को कम करना है। प्रधान ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षामंत्री छत्तीसगढ़ में PM SHRI (प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) स्कीम लॉन्च शुरू की। इस स्कीम के तहत राज्य के 211 स्कूलों को अपग्रेड किया जाना है। रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में समारोह आयोजित किया गया था। एनईपी 2020 के तहत केंद्र की योजना पर प्रधान ने कहा कि 2025-26 शैक्षणिक सत्र से छात्रों को 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में दो बार बैठने का मौका मिलेगा।
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पिछले साल अगस्त में शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नए पाठ्यक्रम ढांचे (एनसीएफ) के अनुसार, छात्रों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड परीक्षाएं साल में कम से कम दो बार आयोजित की जायेंगे, उन्हें सर्वश्रेष्ठ स्कोर बरकरार रखने का विकल्प भी मिलेगा। प्रधान ने समारोह में उपस्थित छात्रों से पूछा कि क्या वे इस फैसले से खुश हैं, और उन्हें दोनों परीक्षाओं में उपस्थित होने के बाद प्राप्त सर्वोत्तम अंकों को अपने पास रखने के लिए कहा। प्रधान ने कहा कि भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी करेगा और उन्हें उम्मीद है कि चार साल में होने वाले इस आयोजन में देश के लिए 10 प्रतिशत पदक छत्तीसगढ़ के एथलीटों से आने चाहिए और इसकी तैयारी इसी साल से शुरू होनी चाहिए। समारोह में मुख्यमंत्री साय, स्कूल एवं उच्च शिक्षा मंत्री अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।