धारचूला: उत्तराखंड में पहाड़ी जिलों में बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है. कुमाऊं के कई इलाकों में तो बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. उधमसिंह नगर जिले के खटीमा और सितारगंज क्षेत्र में कई गांव पानी में डूबे हुए हैं. वहीं, मौसम विभाग ने भी अभी बारिश की चेतावनी जारी कर रखी है. जिसके लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है. वही इसी बीच उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में बादल फटने की सूचना है। जहां बादल फटने से नदी उफान पर आ गई. जिसके चलते पिथौरागढ़-तवाघाट मार्ग बंद हो गया है. इसके अलावा कुलागाड़ में आए मलबे की वजह से काली नदी का प्रवाह प्रभावित हुआ है. वहीं, पुलिस की ओर से लोगों को नदी नालों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
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पिथौरागढ़ जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार यानी 12 जुलाई की शाम धारचूला क्षेत्र में भारी बारिश के कारण करीब 8 किमी दूर बहने वाला कुलागाड़ का नाला उफान पर आ गया. पानी टनकपुर-पिथौरागढ़-तवाघाट हाईवे पर बने मोटर पुल तक पहुंच गया है. पहले बताया जा रहा था कि पुल भी टूटा है, लेकिन बाद में प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. पुल सुरक्षित है, लेकिन पुल के आस पास मलबा आया है।
यह जानकारी पिथौरागढ़ के आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर ने दी है. भूपेंद्र महर ने बताया कि उन्हें बीआरओ (BRO) से जानकारी मिली है कि पुल ठीक है. गदेरों का पानी काली नदी में डिस्चार्ज हो रहा है, जिससे जल स्तर बढ़ गया है. अभी तक किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस की ओर से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।
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