हल्द्वानी: डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, कहा जाता है कि भगवान के बाद अगर कोई इंसान की रक्षा कर सकता है तो वह रक्षक डॉक्टर है. लेकिन जब यही रक्षक भक्षक बन जाए तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इंसान के क्या हाल होंगे. मामला जनपद के हल्द्वानी मुखानी चौराहे पर स्थित विवेकानंद हॉस्पिटल का है। यहां शहर के प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन और विवेकानंद अस्पताल के मालिक डॉ. महेश शर्मा पर पुलिस ने दुष्कर्म के प्रयास, छेड़छाड़ व धमकी आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक पैथोलॉजी लैब संचालिका की शिकायत पर पुलिस ने शुक्रवार देर रात यह कार्रवाई की है। डॉ. महेश शर्मा पर दारू पीकर लड़की के घर में घुसने और दुष्कर्म की कोशिश का आरोप है। पीड़िता का कहना है कि व्यापार के संबंध में उसका विवेकानंद हॉस्पिटल आना-जाना रहता था। इसी दौरान विवेकानन्द हॉस्पिटल के मालिक डा. महेश शर्मा से उसकी बातचीत होने लगी।
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पीड़ित युवती ने मुखानी थाने में तहरीर देकर बताया है कि वह शहर में पैथोलॉजी लैब का संचालन करती है। सामान्य तौर पर वह ब्लड सैंपल लेने अस्पतालों में जाती थी। इसी बीच विवेकानंद अस्पताल के डॉ. महेश शर्मा ने उससे बातचीत शुरू की और लैब संचालन में उसकी मदद करने का भरोसा दिया। युवती ने तहरीर में बताया कि 22 जून को वह सैंपल जांच का बकाया भुगतान लेने के लिए डॉ. महेश शर्मा के मुखानी स्थित विवेकानंद अस्पताल पहुंची थी। आरोप है कि महेश शर्मा ने महिला से जबरदस्ती करने का प्रयास किया। विरोध करने पर महेश शर्मा ने भुगतान नहीं करने और लैब के प्रति दुष्प्रचार करने व जान से मारने की धमकी दी।