नई दिल्ली: भारत-चीन के रिश्तों में एक नई दोस्ती और मधुरता का संदेश तब सामने आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी पसंदीदा और प्रतीकात्मक कार “Hongqi L5” उपहार में दी। तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के दौरान यह कार पीएम मोदी को प्रदान की गई, जो शी जिनपिंग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वही कार है। यह कार चीन की प्रतिष्ठित और सांस्कृतिक पहचान वाली “Made in China” कार है, जिसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है।
Hongqi L5: कार का महत्व और विशेषताएँ
“Hongqi” का मतलब है “Red Flag” और यह कार 1958 से से चीनी शासकों के बीच सम्मानित है। यह कार चीन की ताकत, परंपरा, और आधुनिकता का प्रतीक है। Hongqi L5 को फर्स्ट ऑटोमोटिव वर्क्स (FAW) नामक सरकारी कंपनी ने बनाया है, जो चीन की सबसे पुरानी और विश्वसनीय ऑटोमोटिव निर्माता कंपनी के रूप में जानी जाती है। यह कार विशेष रूप से राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आधिकारिक दौरों और महत्वपूणराजनैतिक बैठकों में इस्तेमाल की जाती है।
पीएम मोदी ने भी 2019 में शी जिनपिंग के भारत दौरे के दौरान इसी कार का अनुभव किया था, जब महाबलीपुरम में उनकी मुलाकात हुई थी। अब 7 साल बाद, पीएम मोदी चीन यात्रा के दौरान इस प्रतिष्ठित कार का आनंद ले रहे हैं, जो उनके भारत-चीन संबंधों में नजदीकी और सम्मान दर्शाता है।
राजनयिक महत्ता
इस कार को पीएम मोदी को देना चीन की ओर से एक सशक्त संदेश है कि दोनों देश आपसी सम्मान और भरोसे के जरिये संबंधों को आगे बढ़ाने के इच्छुक हैं। SCO समिट के दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत में यह हरकत विशेष रूप से उल्लेखनीय रही क्योंकि यह शांति, विकास और आर्थिक सहयोग के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत है।
शी जिनपिंग ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान कहा, “ड्रैगन और हाथी को दोस्त बनना चाहिए,” जो भारत-चीन के मित्रता के प्रतीक के रूप में देखा गया। वहीं, पीएम मोदी ने भरोसे, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर सहयोग बढ़ाने की बात कही।
यह भी पढ़ें:BSF Head Constable Recruitment 2025: 1121 पदों पर भर्ती, ऐसे करें आवेदन ऑनलाइन
तकनीकी और लग्जरी फीचर्स
Hongqi L5 में लक्ज़री कार की सभी विशिष्टताएं हैं—उच्च गुणवत्ता वाला इंटीरियर, शक्तिशाली इंजन, अत्याधुनिक सेफ्टी तकनीकें, और सौंदर्य में परंपरा का मिला-जुला स्वरूप। यह कार चीन की आधुनिक औद्योगिक प्रगति को भी दर्शाती है।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य
PM मोदी की इस यात्रा में पीएम मोदी को शी जिनपिंग की पसंदीदा कार से ले जाने का मतलब है दोनों देशों के लिए एक नई शुरुआत का घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संदेश। साथ ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी अपनी पर्सनल वाहन “Aurus” के साथ पहुंचे हैं, जो अपनी तरह की एक लग्जरी कार है। इस प्रकार, राज्याध्यक्षों के बीच यह क्लब कार एक रिश्ते की गहराई और परंपरा, सम्मान और सौहार्द की मिसाल के रूप में सामने आई है।
पीएम मोदी को शी जिनपिंग की पसंदीदा Hongqi L5 कार देना सिर्फ एक भौतिक उपहार नहीं है, बल्कि यह भारत-चीन के बीच दोस्ती, सामंजस्य, और सहयोग को बढ़ावा देने का प्रतीक है। इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता और संबंधों में एक नया मील का पत्थर जड़ा है। भविष्य में भारत-चीन रिश्ते चाहे जहां भी जाएं, इस gesture की याद हमेशा एक सकारात्मक अध्याय के रूप में रहेगी।
यह कार भारत-चीन के बीच रणनीतिक, राजनीतिक और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के लिए एक नया संदेश लेकर आई है, जो दक्षिण एशिया और वैश्विक मंच दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।