नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने हाईबॉक्स एप के जरिए 30 हजार से अधिक लोगों से 1000 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में यूनिट ने लोकप्रिय यूट्यूबर सौरव जोशी सहित कई अन्य प्रभावित व्यक्तियों को नोटिस जारी किए हैं। इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने हाईबॉक्स एप का प्रचार कर लोगों को निवेश के लिए प्रेरित किया था।
कौन हैं आरोपी?
पुलिस ने इस मामले में गिरोह के मुख्य आरोपी जे. शिवराम (30) को चेन्नई से गिरफ्तार किया है। आरोपी के चार बैंक खातों से 18 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। पुलिस को अब तक इस मामले में 151 शिकायतें मिल चुकी हैं।
क्या है पूरा मामला?
16 अगस्त को आईएफएसओ यूनिट को 29 शिकायतें मिली थीं जिनमें पीड़ितों ने हाईबॉक्स एप में निवेश करने पर मासिक रिटर्न का वादा किया गया था। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, एल्विश यादव जैसे लोकप्रिय यूट्यूबरों का इस्तेमाल एप का प्रचार करने के लिए किया था। 20 अगस्त को मामला दर्ज करने के बाद जांच में यह भी पता चला कि हाईबॉक्स के खिलाफ उत्तर-पूर्व जिले में साइबर थाने में भी मामला दर्ज है। इस मामले को भी आईएफएसओ यूनिट को ट्रांसफर कर दिया गया।
जांच में सामने आया है कि उत्तर-पूर्व जिले में 30, शाहदरा जिले में 24 और बाहरी जिले में 35 शिकायतें इसी तरह की धोखाधड़ी से जुड़ी हुई हैं। एनीसीआरपी पोर्टल पर इसी तरह के 488 और मामले भी लिंक किए गए हैं।
आप को बता दे की आरोपियों ने नोएडा स्थित अपना कार्यालय बंद कर दिया है। आईएफएसओ प्रमुख उपायुक्त डॉ. हेमंत तिवारी के अनुसार, इस मामले में बड़ी संख्या में लोग ठगे गए हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
क्या है हाईबॉक्स स्कैम?
हाईबॉक्स एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म था जो लोगों को निवेश करने के लिए प्रेरित करता था और उन्हें मासिक रिटर्न का वादा करता था। लेकिन यह एक धोखाधड़ी थी और आरोपियों ने लोगों के पैसे लेकर फरार हो गए।
यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि कैसे साइबर अपराधी सोशल मीडिया और प्रभावित व्यक्तियों का इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए करते हैं। यह लोगों को सतर्क रहने और किसी भी निवेश से पहले अच्छी तरह से जांच करने के लिए प्रेरित करता है।