दुनिया की दिग्गज IT कंपनी Oracle के को-फाउंडर लैरी एलिसन पहली बार दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। उन्होंने टेस्ला के मालिक एलन मस्क को पीछे छोड़ दिया है। ओरेकल के तिमाही नतीजों के बाद एलिसन की संपत्ति में भारी इजाफा हुआ है।
ओरेकल के हालिया तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे, जिसके बाद कंपनी ने भविष्य में और ग्रोथ की संभावना जताई। इसी वजह से एलिसन की संपत्ति 101 बिलियन डॉलर बढ़कर 393 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। वहीं मस्क की कुल संपत्ति फिलहाल 385 बिलियन डॉलर है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, यह अब तक की एक दिन की सबसे बड़ी ग्रोथ है।
शेयरों का हाल
इस साल अब तक ओरेकल के शेयरों में 45% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी को बुकिंग्स में तेज़ी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस से बड़ा फायदा मिला है। इसके विपरीत, टेस्ला के शेयर इस साल 13% गिर चुके हैं।
मस्क का रिकॉर्ड टूटा
एलन मस्क पहली बार 2021 में दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने थे। इसके बाद जेफ बेजोस और बर्नार्ड अर्नाल्ट भी इस सूची में शीर्ष पर पहुंचे। पिछले साल मस्क ने फिर से यह पोजीशन हासिल की थी और करीब 300 दिनों तक इसे बनाए रखा। अब यह खिताब लैरी एलिसन को मिल गया है।
लैरी एलिसन का जीवन परिचय
जन्म और प्रारंभिक जीवन
लैरी एलिसन का जन्म 17 अगस्त 1944 को न्यूयॉर्क में एक अविवाहित यहूदी मां के घर हुआ। नौ महीने की उम्र में उन्हें गोद दे दिया गया और उनका पालन-पोषण शिकागो में हुआ। अपनी जन्मदाता मां से वे 48 साल की उम्र तक नहीं मिल पाए।
शिक्षा
उन्होंने इलिनोइस विश्वविद्यालय और शिकागो विश्वविद्यालय में पढ़ाई की, लेकिन डिग्री पूरी किए बिना पढ़ाई छोड़ दी। इसके बावजूद उनकी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में रुचि ने उन्हें सफलता दिलाई।
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करियर की शुरुआत
1970 के दशक में एलिसन ने एम्पेक्स कंपनी में काम किया। यहीं उन्होंने रिलेशनल डेटाबेस का कॉन्सेप्ट सीखा, जिसने आगे चलकर उनके करियर की दिशा तय की।
ओरेकल की स्थापना
1977 में एलिसन ने अपने दो साझेदारों के साथ सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लैबोरेटरीज (SDL) की स्थापना की। यही कंपनी आगे चलकर Oracle Corporation बनी। Oracle डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम ने उन्हें दुनिया भर में पहचान दिलाई।
लैरी एलिसन का जीवन संघर्ष और सफलता की अनोखी मिसाल है। बिना डिग्री लिए भी उन्होंने अपनी मेहनत और संकल्प से दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक बनाई। उनकी कहानी साबित करती है कि अगर लगन हो, तो शिक्षा अधूरी होने के बावजूद इंसान बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकता है।