हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन युवाओं की ऊर्जा, जोश और समाज को बदलने की शक्ति को सम्मान देने के लिए समर्पित है। इस अवसर पर दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य युवाओं की भूमिका को उजागर करना और उन्हें सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करना है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस की घोषणा वर्ष 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 12 अगस्त 2000 को मनाया गया। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य युवाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना, उनकी समस्याओं का समाधान खोजना और उनके सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करना है।
युवा दिवस का महत्व
यह दिन दुनियाभर के युवाओं के योगदान को मान्यता देने और उन्हें सशक्त बनाने का प्रतीक है। कार्यशालाओं, संगोष्ठियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विचार-विमर्श के माध्यम से युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाता है। साथ ही, यह दिन सरकार, समाज और विभिन्न संगठनों को यह याद दिलाता है कि सतत विकास तभी संभव है जब युवा सक्रिय रूप से इसमें भाग लें।
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2025 का विषय (Theme)
“स्थानीय युवा कार्रवाइयां – सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) और उससे आगे” (Local Youth Actions for the SDGs and Beyond)
- यह थीम बताती है कि युवा केवल परिवर्तन के लाभार्थी नहीं बल्कि एजेंट्स ऑफ चेंज हैं।
- युवाओं को स्थानीय प्रशासन, नीति-निर्माण और नवाचार में शामिल करने पर जोर।
- समुदाय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों को लागू करने में युवाओं की नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना।
2025 के मुख्य उद्देश्य
- स्थानीय विकास में युवाओं की भूमिका को पहचानना।
- उनके नेतृत्व, नवाचार और सहभागिता को प्रोत्साहित करना।
- नीति निर्माण में युवाओं की आवाज़ को शामिल करना।
- युवाओं के विचार और समाधान को वैश्विक मंच तक पहुंचाना।
कैसे मनाएं?
- स्कूल, कॉलेज या समुदाय में संगोष्ठी, वाद-विवाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करें।
- सोशल मीडिया पर प्रेरणादायक कहानियां, स्लोगन और वीडियो शेयर करें।
- पर्यावरण, शिक्षा और समाजसेवा के लिए युवाओं को एकजुट करें।
- स्थानीय विकास परियोजनाओं में सक्रिय योगदान दें।
भारत और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा
भारत में युवा शक्ति को विशेष सम्मान दिया जाता है। स्वामी विवेकानंद का संदेश —
“उठो, जागो और तब तक रुको नहीं जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए”
आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका विश्वास था कि युवा ही किसी राष्ट्र की प्रगति की नींव हैं।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं बल्कि यह एक सक्रिय आह्वान है—युवाओं को अपनी क्षमता पहचानने, समाज में योगदान देने और एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए। इस वर्ष की थीम हमें याद दिलाती है कि परिवर्तन स्थानीय स्तर से शुरू होकर वैश्विक स्तर तक फैल सकता है, और इसके केंद्र में हैं हमारे युवा।
युवाओं को सशक्त बनाएं, समाज को बेहतर बनाएं!