स्पोर्ट्स डेस्क: महिला वनडे विश्व कप 2025 अपने चरम पर पहुंच चुका है और अब बस एक कदम बाकी है क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ने का। रविवार को लंदन के लॉर्ड्स मैदान में भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें खिताबी जंग में भिड़ेंगी। खास बात यह है कि दोनों टीमों में से कोई भी अब तक वनडे विश्व कप का खिताब नहीं जीत पाई है, इसलिए इस बार एक नया विजेता सामने आएगा।
भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शानदार खेल दिखाकर हराया था। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को मात देकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई। दोनों टीमों के खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और जोश का माहौल है।भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना के शानदार फॉर्म ने पूरे टूर्नामेंट में टीम की बल्लेबाजी को मजबूती दी है। युवा चिराग जेमिमा रॉड्रिग्ज़ ने पिछले कुछ मैचों में शानदार पारी खेलकर टीम की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। वहीं गेंदबाजी में पूनम यादव और रेणुका सिंह लगातार अहम समय पर विकेट निकाल रही हैं। भारतीय टीम का संतुलन इस समय बेहतरीन नजर आ रहा है।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका की टीम भी किसी कीमत पर कमजोर नहीं मानी जा सकती। लौरा वोल्वार्ट और लिज़ेल ली की सलामी जोड़ी किसी भी टीम के लिए खतरा साबित हो सकती है। तेज गेंदबाज शबनम इस्माइल और सीमर मरिजान कैप ने पूरे टूर्नामेंट में विपक्षी बल्लेबाज़ों को परेशान किया है। दक्षिण अफ्रीका ने अब तक अपनी सधी हुई रणनीति और संतुलित प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है।
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लॉर्ड्स स्टेडियम पर दोनों टीमों के लिए मौसम भी अहम भूमिका निभा सकता है। ठंडी हवाओं और थोड़ी नमी वाली पिच बल्लेबाजों के लिए शुरुआती मुश्किलें खड़ी कर सकती है, जबकि बाद में स्पिनर्स को मदद मिलने की उम्मीद है। भारत अपने तीन स्पिनर विकल्पों के साथ उतर सकता है, जबकि दक्षिण अफ्रीका इस पिच पर दो फ्रंटलाइन पेसर्स और एक स्पिनर के साथ उतरने की रणनीति बना रही है।
फाइनल मुकाबला केवल ट्रॉफी का नहीं बल्कि प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गया है। भारतीय महिला टीम पिछले दो दशकों से इस खिताब के बहुत करीब पहुंची लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। अब 2025 का यह संस्करण हरमनप्रीत एंड कंपनी के लिए सुनहरा मौका लेकर आया है। अगर भारत यह मैच जीतता है, तो यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के लिए नई पहचान बनाने वाला पल होगा।
वहीं दक्षिण अफ्रीका की महिला टीम भी अपने देश के लिए इतिहास रचने को तैयार है। इस टीम ने हमेशा संघर्ष और जज्बे से क्रिकेट खेला है। उनके लिए यह फाइनल सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि बरसों की मेहनत का परिणाम है। अब सबकी निगाहें इस महामुकाबले पर टिकी हैं। रविवार को लॉर्ड्स का मैदान गवाह बनेगा उस नई कहानी का, जिसमें या तो भारत या दक्षिण अफ्रीका पहली बार विश्व चैंपियन बनेगा। क्रिकेटप्रेमियों के लिए यह दिन भावनाओं, उम्मीदों और रोमांच से भरा होगा — जहां हर चौका, हर विकेट और हर पल इतिहास रचने की ओर बढ़ेगा।
