हरिद्वार: हरिद्वार जनपद का रानीपुर कोतवाली क्षेत्र शनिवार की सुबह उस समय सनसनीखेज वारदात से दहल उठा, जब जिला अस्पताल में ड्राइवर के पद पर कार्यरत एक व्यक्ति ने अपनी लिव-इन पार्टनर की बेरहमी से हत्या कर दी। घटना रानीपुर क्षेत्र के भभूतावाला बाग की है, जहां आरोपी ने लोहे की रॉड से पत्नी समान साथ रहने वाली महिला पर जानलेवा हमला कर उसकी जिंदगी खत्म कर दी। इसके बाद आरोपी सीधे कोतवाली पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।
लिव-इन रिश्ते का अंत हत्या से
पुलिस के अनुसार आरोपी की पहचान मुकेश पुजारी के रूप में हुई है, जो जिला अस्पताल में ड्राइवर के पद पर कार्यरत है। वह पिछले करीब 11 साल से शिवलोक कॉलोनी निवासी पिंकी के साथ लिव-इन संबंध में रह रहा था। पिंकी स्थानीय स्तर पर ब्यूटी पार्लर चलाकर अपने परिवार का सहयोग करती थी। दोनों की एक आठ साल की बेटी भी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक शुरुआत में दोनों का रिश्ता सामान्य था, लेकिन पिछले कुछ समय से इनके बीच अनबन बढ़ती जा रही थी। आए दिन झगड़े और मनमुटाव की खबरें आसपास के लोगों तक पहुंचती रहती थीं। शनिवार को दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि मुकेश ने गुस्से में आकर लोहे की रॉड से पिंकी पर ताबड़तोड़ वार कर दिए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह भी पढ़ें:घमंड में खोया यूट्यूबर सौरभ जोशी, धराली पीड़ा में क्यों नहीं दिखी संवेदना?
आरोपी का आपराधिक कदम और सरेंडर
हत्या करने के बाद आरोपी मुकेश घर से सीधा रानीपुर कोतवाली पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है और प्रारंभिक पूछताछ में घरेलू विवाद को हत्या का कारण बताया जा रहा है। फिलहाल सटीक कारणों की जांच हो रही है।
आरोपी का पारिवारिक पृष्ठभूमि
घटना ने स्थानीय लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आपसी रिश्तों में दरार किस तरह खतरनाक मोड़ ले सकती है। जानकारी के अनुसार, मुकेश की पहली शादी पहले ही हो चुकी है और उससे उसके दो जवान बेटे भी हैं। इसके बावजूद वह पिछले 11 वर्षों से पिंकी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था। पिंकी की हत्या की खबर से आरोपी का पहला परिवार भी सदमे में है। अब आरोपी का यह कदम न केवल उसकी खुद की जिंदगी को बर्बाद कर चुका है, बल्कि उसकी तीनों संतानें भी इस हादसे की सबसे बड़ी पीड़ित बन गई हैं।
समाज और पुलिस की चुनौती
इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि बदलते रिश्तों में उपजी असहमति और तनाव को लोग किस हद तक लेकर जा रहे हैं। घरेलू विवादों को सुलझाने के बजाय हिंसा और अपराध का रास्ता समाज के लिए खतरनाक संकेत है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी चल रही है। वहीं, क्षेत्र में इस घटना के बाद मातम का माहौल है। लोगों का कहना है कि रिश्तों में संवाद की कमी और आपसी अविश्वास कई बार ऐसे अपराधों का कारण बन जाते हैं, जिन्हें रोका जा सकता था। ऐसे मामलों में पारिवारिक विवाद समाधान और काउंसलिंग समाज के लिए आवश्यक हो गई है ताकि छोटी-छोटी बातें खौफनाक घटनाओं का रूप न ले पाएं। रानीपुर की यह वारदात एक बार फिर से संकेत दे रही है कि रिश्तों में कड़वाहट अगर समय रहते सुलझाई न जाए, तो वह खतरनाक मोड़ ले सकती है।